मुंबई। भारतीय शेयर मार्केट में सप्ताह के पहले ट्रेडिंग सेशन कारोबारी दिन की शुरुआत पॉजिटीव रही। कारोबारी दिन की शुरुआत में दोनों ही प्रमुख बेंचमॉर्क इंडेक्स, बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 हरे निशान पर ट्रेड करते हुए ओपन हुए। दरअसल, दूसरी तिमाही में कंपनियों के अच्छे आय प्रदर्शन के मद्देनजर प्रमुख शेयरों में लिवाली के बीच सोमवार को प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी सकारात्मक रुख के साथ खुले। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स सुबह के कारोबार में 234.42 अंक या 0.28 प्रतिशत चढ़कर 84,797.20 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 56.10 अंक या 0.22 प्रतिशत बढ़कर 25,966.15 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक महिंद्रा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फिनसर्व लाभ में रहे। वहीं, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, इटर्नल, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, पावरग्रिड और ट्रेंट पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे।
बैंकिंग शेयरों ने मचाया गदर
सोमवार को कारोबार के दौरान स्टॉक एक्सचेंज का गदर देखने को मिला और ज्यादातर बैंकिंग स्टॉक स्टॉक एक्सचेंज से भागते हुए नजर आए। मिडकैप में देखें, तो सेंट्रल बैंक शेयर 3.40 फीसदी, महाराष्ट्र बैंक शेयर 3.19 फीसदी, यूको बैंक शेयर 3.32 फीसदी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक शेयर 2.40 फीसदी एयू बैंक शेयर 2.10 फीसदी, यस बैंक शेयर 1.90 फीसदी, बैंक आॅफ इंडिया शेयर 1.84 फीसदी का तेजी से कारोबार करता रहा।
बिहार में बंपर जीत से बाजार गुलजार
बाजार में तेजी के पीछे के कारणों के बारे में बात करें, तो ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल इसे बिहार चुनावों में एनडीए की बंपर जीत से प्रेरित बता रही है। कंपनी ने कहा कि शेयर बाजार के लिए ये जीत काफी सकारात्मक है। उम्मीद है कि बाजार इस जीत पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देगा, क्योंकि इससे केंद्र में गठबंधन को भी स्थिरता मिलेगी। बिहार चुनावों में एनडीए गठबंधन ने 202 सीटें हासिल कर ऐतिहासिक निर्णायक जीत पाई है। ये इससे पहले हुए चुनाव में जीती गई 122 सीटों से काफी ज्यादा हैं।
नतीजे आय वृद्धि के संकेत दे रहे
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि अब तक घोषित दूसरी तिमाही के नतीजे आय वृद्धि में तेजी का संकेत देते हैं। शुद्ध लाभ में 10.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो पिछली छह तिमाहियों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अनुमान से ज्यादा है। उपभोग के मौजूदा रुझान बताते हैं कि तीसरी तिमाही में आय में और सुधार होगा। विवेकाधीन उपभोग, खासकर आॅटोमोबाइल, तीसरी तिमाही में आय वृद्धि का नेतृत्व करेगा।
विदेशी बिकवाली का दिखा असर
बाजार में लगातार तेजी और नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचना संभव नहीं हो पाया है क्योंकि एफआईआई ने सभी तेजी के दौरान बिकवाली जारी रखी है। बाजार के नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने और वहां बने रहने के लिए एफआईआई की रणनीति में बदलाव जरूरी है। इसके लिए आय वृद्धि में लगातार सुधार की आवश्यकता है, जो तीसरी तिमाही से संभव है। अगर वैश्विक एआई व्यापार में गिरावट आती है, तो यह एक मददगार कारक होगा।
एशियाई बाजारों में दिखी गिरावट
व्यापक एशियाई शेयर बाजार मोटे तौर पर नकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। जापान का निक्केई 225 बेंचमार्क, शंघाई का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग लाल क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहा था। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार काफी हद तक गिरावट के साथ बंद हुए। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा कि नैस्डैक और एसएंडपी 500 अपने निचले स्तर से ऊपर चढ़कर सकारात्मक क्षेत्र में आ गए, व अंतत: दिन का कारोबार लगभग स्थिर रहा।