आज की भागदौड़ वाली जीवनशैली में महिलाओं और पुरुष दोनों के लिए ही बाल का झड़ना आम बात है। लेकिन पुरुषों में ये समस्या ज्यादा तेजी से बढ़ती है। अक्सर मर्दों के बाल कम उम्र में ही झड़ने लगते हैं और 35-40 की उम्र तक आते-आते कई पुरुष पूरी तरह गंजे हो जाते हैं। इसकी वजह से वो जवानी में ही बूढ़े दिखने लगते हैं। गंजेपन की वजह से उन्हें अपना लुक खराब लगने लगता है और वो कॉन्फिडेंस की कमी और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। पुरुषों में हेयरलॉस पोषण की कमी, हार्मोनल बदलाव, तनाव, प्रदूषण, धूम्रपान और आनुवांशिकी की वजह से हो सकता है। इस समस्या का कोई इलाज नहीं है। हालांकि शुरुआत में ही अगर लक्षणों पर ध्यान दे दिया जाए तो बालों के झड़ने को रोका जा सकता है। अगर आप भी कम उम्र में बाल झड़ने से परेशान हैं तो अपनी जीवनशैली में बदलाव कर आप इस समस्या से काफी हद तक निजात पा सकते हैं।
क्या कहती है रिसर्च
अमेरिका के ओहियो यूनिवर्सिटी में त्वचाविज्ञान की प्रोफेसर डॉ सुसैन मैसिक के मुताबिक, कुछ तरह के इलाज बालों के झड़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद कर सकते हैं और बालों को फिर से उगाने में मदद करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास बालों के झड़ने से परेशान कम उम्र के लोग सबसे ज्यादा आते हैं क्योंकि वो इससे काफी चिंतित होते हैं। इस स्थिति से बचने के लिए शुरुआत में ही ज्यादा से ज्यादा बलों को बचाना जरूरी है।संतुलित आहार और टॉपिकल मिनोक्सिडिल ( एक प्रकार का केमिकल सॉल्यूशन) ऐसे दो तरीके हैं जिनकी मदद से बालों का झड़ना खासकर पुरुषों में गंजेपन को रोका जा सकता है।
मैसिक ने कहा कि प्रोटीन और आयरन से भरपूर संतुलित आहार इस परेशानी से निजात दिलाने में काफी मदद कर सकता है। बालों का झड़ना तनाव और एलोपेसिया एरीटा नाम की एक ऑटोइम्यून बीमारी की वजह से हो सकता है। 21 साल की उम्र से पहले 25 प्रतिशत पुरुषों में बाल झड़ने के लक्षण दिखने लगते हैं और उसके बाद 70 प्रतिशत लोगों में बालों का झड़ना शुरू हो जाता है।
आदमियों को क्यों घेरता है गंजापन
आदमियों में गंजापन डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (DHT) हार्मोन की वजह से होता है। जो बालों के रोम छिद्रों को सिकोड़ देता है जिससे बाल पतले हो जाते हैं और बड़ी आसानी से गिरने लगते हैं। पुरुषों में ये ज्यादातर हेयरलाइन, कनपटी और सिर के ऊंपरी हिस्से पर होता है। हालांकि बाल धीरे-धीरे झड़ते हैं और इस दौरान जितना जल्दी इसे रोक लिया जाए, उतना बेहतर है।
खानपान रोक सकता है गंजापन
अंडे, पालक, बीफ, छोले, कद्दू के बीज और काली बीन्स जैसे खाद्य पदार्थों से भरपूर संतुलित आहार आपके बालों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करेगा। हेयर फॉलिकल्स प्रोटीन और आयरन से बनते हैं जो शरीर को बालों के विकास से जुड़ी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुँचाने में मदद करता है। जब शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता है तो जो बाकी प्रोटीन होता है उसका इस्तेमाल शरीर के अन्य कामों के लिए किया जाता है और इस वजह से बालों को प्रोटीन नहीं मिल पाता।
बालों का ख्याल रखें
अगर आप प्राकृतिक और सौम्य तरीके से अपने बालों की देखभाल करते हैं तो आपके बालों का झड़ना कम हो सकता है। बालों को सुखाने के लिए ड्रायर और स्टाइलिंग के लिए तरह-तरह की मशीनों और केमिकल का इस्तेमाल उन्हें अंदर से नुकसान पहुंचाता है। इससे बालों के गिरने की संभावना बढ़ जाती है।बालों को मजबूत बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए।
वहीं, बालों की ग्रोथ का दावा करने वाले शैंपू और प्रॉडक्ट पैसे की बर्बादी के अलावा कुछ नहीं हैं। ये आपके हेयर फॉलिकल्स के अंदर नहीं पहुंच सकते। इनका काम सिर्फ डैंड्रफ और खुजली खत्म करना है जिससे हेयर फॉल होता है। ये सिर्फ उन परेशानियों को दूर करते हैं जिनसे आपके बाल गिर रहे हैं लेकिन ये आपके बालों का गिरना नहीं रोक सकते।
क्या है टॉपिकल मिनोक्सिडिल और कैसे रोकता है हेयर फॉल
टॉपिकल मिनोक्सिडिल एक प्रकार का केमिकल सॉल्यूशन है जिसके रोजाना इस्तेमाल से बालों के झड़ने को रोकने में मदद मिलती है। ये दवा किसी भी मेडिकल स्टोर पर मिल जाती है और इसे बालों के झड़ने में काफी प्रभावी बताया जाता। कुछ मामलों में ये दोबारा हेयर ग्रोथ भी कर सकता है। हालांकि ये साफ नहीं है कि मिनोक्सिडिल कैसे काम करता है लेकिन ऐसा माना जाता है कि ये हेयर फॉलिकल्स को बढ़ाता है और स्वास्थ्य के अनुसार शरीर के बालों के विकास को बढ़ावा देता है। हालांकि आपको लगातार इसका इस्तेमाल करना होगा क्योंकि अगर आपने इसे रोक दिया तो दवा का असर खत्म हो जाएगा और वापस आपके बाल गिरना शुरू हो जाएंगे।
डॉक्टर की सलाह पर इलाज कराएं
अगर आप अपने बालों के झड़ने से काफी परेशान हो गए हैं और कोई भी तरीका काम नहीं कर रहा है तो ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। बालों की समस्या के लिए फिनेस्टराइड नाम की एक दवा भी बहुत प्रभावी होती है जिसे गंजेपन की स्थिति में इस्तेमाल किया जाता है। ये दवा शरीर में डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (DHT) हार्मोन के स्तर को कम कर बालों के झड़ने को रोकती है लेकिन इससे पुरुषों में कई तरह के साइडइफेक्ट्स भी हो सकते हैं। इसलिए लोगों को डॉक्टरों की सलाह और गाइडेंस पर ही दवा का इस्तेमाल करना चाहिए