निष्कर्ष
नई दिल्ली: चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
67 वर्षीय राधाकृष्णन ने पारंपरिक लाल कुर्ता पहनकर ईश्वर के नाम पर अंग्रेज़ी में शपथ ली। समारोह में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी भी समारोह में शामिल हुए।
उपराष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत
राधाकृष्णन ने 10 सितंबर को हुए चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराया। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिए जाने के बाद यह चुनाव आवश्यक हो गया था।
सी.पी. राधाकृष्णन: एक परिचय
- जन्म: 1957, तिरुप्पुर (तमिलनाडु)
- शिक्षा: स्नातक, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन
- प्रारंभिक जीवन: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।
राजनीतिक सफर
- 1996 में भाजपा के तमिलनाडु राज्य सचिव नियुक्त हुए।
- 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए।
- संसद में कपड़ा मामलों की स्थायी समिति के अध्यक्ष और वित्त संबंधी समितियों के सदस्य रहे।
- स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली विशेष समिति के सदस्य भी रहे।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व और संगठनात्मक कार्य
- 2004 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे।
- ताइवान का दौरा करने वाले पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए।
- 2004–2007 के बीच भाजपा तमिलनाडु के अध्यक्ष के रूप में 93 दिनों की 19,000 किमी लंबी रथयात्रा निकाली।
- इस यात्रा में नदियों को जोड़ने, आतंकवाद उन्मूलन, समान नागरिक संहिता और नशामुक्ति जैसे मुद्दों को उठाया।
प्रशासनिक अनुभव
- 2016: कोच्चि स्थित कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष बने; कॉयर निर्यात 2,532 करोड़ रुपये तक पहुंचा।
- 2020–2022: भाजपा केरल के प्रभारी के रूप में कार्य किया।
- 2023: झारखंड के राज्यपाल नियुक्त हुए और चार महीनों में राज्य के सभी 24 जिलों का दौरा किया।
- 2024: महाराष्ट्र के राज्यपाल बने। इसके अतिरिक्त, तेलंगाना और पुडुचेरी का भी अतिरिक्त प्रभार संभाला।
राज्यपाल रहते हुए उन्होंने उच्च शिक्षा, ग्रामीण विकास और जन संवाद को प्राथमिकता दी। छात्र जीवन में वे टेबल टेनिस चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रहे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल का भी शौक है।
विदेश यात्राएँ
सी.पी. राधाकृष्णन अब तक अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, तुर्की, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, यूएई, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान जैसी कई देशों की यात्राएं कर चुके हैं।
नए उपराष्ट्रपति के रूप में राधाकृष्णन की नियुक्ति से देश को एक अनुभवी, विचारशील और संगठनात्मक रूप से दक्ष नेतृत्व मिला है, जिनका व्यापक प्रशासनिक और संसदीय अनुभव आगे की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।