डेस्क। भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में अपना दबदबा कायम रखा और पहले मैच में पारी और 140 रनों के अंतर से जीत दर्ज की। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम ने तीसरे दिन ही जीत हासिल कर ली। भारत ने दिन के खेल की शुरुआत से पहले अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 448 रन पर घोषित की थी और 286 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। वेस्टइंडीज की टीम शनिवार को पूरे दो सत्र भी बल्लेबाजी नहीं कर सकी और उसकी दूसरी पारी 146 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत ने इस तरह दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।
वेस्टइंडीज का बल्लेबाजी में निराशाजनक प्रदर्शन
भारत के लिए रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज ने शानदार गेंदबाजी की और चायकाल से पहले ही वेस्टइंडीज की पारी ढेर कर दी। दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज में यह 17वीं बार है जब कोई टीम पारी के अंतर से जीती है। इसमें से 20वीं सदी में वेस्टइंडीज ने नौ बार जीत दर्ज की है, जबकि 21वीं सदी में भारत ने सभी आठ मैच जीते हैं। यानी भारत ने वेस्टइंडीज को आठवीं बार पारी के अंतर से हराया है। वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी दोनों ही पारी में काफी खराब रही है। पिछली 15 पारियों को देखें तो वेस्टइंडीज सिर्फ दो बार 200 रन का आंकड़ा पार कर पाया है और इस दौरान उसका सर्वोच्च टोटल 253 का रहा है।
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भारतीय सरजमीं पर वेस्टइंडीज का खराब रिकॉर्ड
हाल के वर्षों में वेस्टइंडीज का भारतीय सरजमीं पर टेस्ट में रिकॉर्ड काफी खराब रहा है। भारत और वेस्टइंडीज के बीच भारत में खेले गए पिछले पांच टेस्ट मैच की बात करें तो चार बार वेस्टइंडीज को पारी की हार झेलनी पड़ी है, जबकि एक मैच में भारत ने उसे 10 विकेट से हराया था। भारत ने कोलकाता में 2013 में खेले गए टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को पारी और 51 रनों से हराया था। वहीं, 2013 में ही मुंबई में खेले गए मैच में भारतीय टीम ने पारी और 126 रनों से जीत दर्ज की थी। 2018 में राजकोट टेस्ट में भारत ने वेस्टइंडीज को पारी और 272 रनों से हराया था, जबकि उसी साल हैदराबाद टेस्ट में 10 विकेट से जीत दर्ज की थी। अब अहमदाबाद में भी वेस्टइंडीज की स्थिति नहीं बदली और उसे पारी की हार झेलनी पड़ी। दिलचस्प बात यह है कि ये सभी पांच मैच तीन दिन के अंदर ही खत्म हुए हैं।
दो सत्र में ही निपटी वेस्टइंडीज की पारी
इस मैच में वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी दोनों पारी में खराब रही और तीनों दिन भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा। वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में एलिका अथानाजे ने सबसे ज्यादा 38 रन बनाए, जबकि जस्टिन ग्रीव्स ने 25, जेडन सील्स ने 22, जोहान लेन ने 14, जॉन कैंबेल ने 14, तेगनारायण चंद्रपॉल ने 8, ब्रेंडन किंग ने 5, रोस्टन चेज ने 1 और शाई होप ने 1 रन बनाए। वहीं, खैरी पियरे 13 रन बनाकर नाबाद लौटे। वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी दूसरी पारी में इतनी खराब रही कि टीम सिर्फ चार घंटे ही भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक सकी।
जडेजा का ऑलराउंड प्रदर्शन
भारत के लिए अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने इस मैच में बल्ले के बाद गेंद से भी दम दिखाया। जडेजा ने पहली पारी में नाबाद शतक लगाया था और दूसरी पारी में उन्होंने चार विकेट लिए। जडेजा का साथ सिराज ने निभाया और वह तीन विकेट अपने नाम करने में सफल हुए। वहीं, कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने दो और वाशिंगटन सुंदर को एक विकेट मिला। जसप्रीत बुमराह दूसरी पारी में एक भी सफलता हासिल नहीं कर सके। भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा और अंतिम मुकाबला 10 अक्तूबर से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा।
भारत की पहली पारी
भारत ने केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और जडेजा के शतकों से पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा किया था और बढ़त लेने में सफल रही थी। गिल और राहुल ने दूसरे दिन बल्लेबाजी की शुरुआत की थी। शुभमन गिल ने जहां अर्धशतक लगाया, वहीं राहुल ने पहले सत्र में शतक पूरा किया था। राहुल 197 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 100 रन बनाकर आउट हुए। राहुल और गिल के पवेलियन लौटने के बाद जुरेल और जडेजा ने भारतीय पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को जमकर परेशान किया। इस दौरान जुरेल के बल्ले से करियर का पहला टेस्ट शतक निकला। जुरेल 210 गेंदों पर 15 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 125 रन बनाकर आउट हुए। जुरेल के आउट होने के बाद जडेजा ने भी गियर बदला और तेजी से खेलते हुए अपने टेस्ट करियर का छठा शतक पूरा किया। जडेजा अंत तक क्रीज पर टिके रहे और दूसरे दिन नाबाद रहकर पवेलियन लौटे थे। जडेजा ने 176 गेंदों पर छह चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 104 रन बनाए।