ममता ने अपने मंत्रियों को चेताया, कहा -ऐसा कोई काम नहीं करें, जिससे पार्टी और मंत्रिमंडल का असम्मान हो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहली बार रौद्र रूप में दिखीं। सीएम ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रियों को चेतावनी दी कि ऐसा कोई काम नहीं करें, जिससे पार्टी और मंत्रिमंडल का असम्मान हो। बता दें कि पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी के सबसे विश्वासनीय मंत्रियों में से एक थे और वह तृणमूल कांग्रेस के गठन के समय से ममता बनर्जी के साथ थे और पार्टी और सरकार ने पार्थ चटर्जी का ओहदा बहुत ही बड़ा था। ममता बनर्जी ने विधानसभा की पूरी जिम्मेदारी पार्थ चटर्जी को दे रखी थी, लेकिन जिस तरह से पार्थ चटर्जी का मामला सामने आया है. उससे न केवल पार्टी बल्कि पूरी सरकार ही हिल गई है।
बता दें कि ममता बनर्जी ने 28 जुलाई को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक की थी। उसके मात्र तीन दिनों के बाद ही दूसरी बैठक की। इस बैठक के बाद ही ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा।
पार्थ चटर्जी के खिलाफ पार्टी ने की कड़ी कार्रवाई
पार्थ चटर्जी के शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम आने के बाद पार्टी ने उन्हें न केवल निलंबित कर दिया था, बल्कि मंत्री पद से भी छुट्टी कर दी थी। पार्टी ने साफ कहा है कि वह किसी व्यक्ति के काम की जिम्मेदारी नहीं लेगी। इसके लिए वह खुद ही जिम्मेदार होंगे. पार्टी ने पूरी तरह से पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के मामले से खुद को अलग कर लिया है, हालांकि बीजेपी लगातार इस मामले पर ममता बनर्जी की घसीटने की कोशिश कर रही है और आरोप लगा रही है कि इस मामले में ममता बनर्जी की भी भागीदारी है।
राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होंगे पांच नये चेहरे
बता दें कि सोमवार दोपहर राज्य कैबिनेट की बैठक हुई. पहले बैठक तीन बजे होनी थी, लेकिन बाद में दोपहर 12:30 बजे कर दिया। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता की। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर, “क्या कैबिनेट में फेरबदल हुआ है?” मुख्यमंत्री ने घोषणा की, “कई मंत्रालय खाली पड़े हैं, क्योंकि सुब्रत मुखर्जी खुद पंचायत की देखरेख करते थे। साधन पांडेय स्वयं सहायता समूह, उपभोक्ता सहकारिता देखते थे, पार्थ स्वयं उद्योग, आईटी, संसदीय कार्य देखते थे। इसलिए ये कार्यालय खाली हैं. और मेरे लिए सब कुछ अपने कंधों पर रखना संभव नहीं है, तो इसे साझा करना होगा। बुधवार शाम 4 बजे एक छोटा सा फेरबदल होगा। चार-पांच लोग जो कैबिनेट में हैं, मैं उनका इस्तेमाल पार्टी के काम में करूंगी और बाकी के 5-6 लोगों को शामिल किया जाएगा।
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