मुंबई। नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपनी एक्टिंग से हर किरदार में जान फूंक देते हैं। जब वह स्क्रीन पर नजर आते हैं, तो लोगों की नजरें उन पर टिक जाती हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और जुनून से ऐसा मुकाम हासिल किया है कि बड़े से बड़ा स्टार और डायरेक्टर उनके साथ काम करना चाहता है। लेकिन कभी ऐसा वक्त था कि उनके पास कोई काम नहीं था। हालत यह थी कि उनके पास खाने तक के पैसे नहीं होते थे। ठीक से खाना नहीं खाने के चलते वह बेहद कमजोर हो गए थे। एक बार तो उन्हें ऐसा लगा था कि वह मरने वाले हैं।
‘खाने के लिए करता था काम’
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने संघर्ष के दिनों को याद किया था। उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से मजदूरों की तरह मेहनती और लड़ने वाला स्वभाव का रहा हूं। मुझे नहीं लगता है कि मैं उनसे ज्यादा कुछ हूं। मेरे इरादे भी उन्हीं की तरह थे। मैंने कभी स्टार बनने का सपना नहीं देखा। मेरा इरादा सिर्फ जीवन यापन करना और खाने के लिए कमाई करना था। ऐसा 10 सालों तक चलता रहा’।
‘बहुत मुश्किल दौर से गुजरा हूं’
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के पास पैसे नहीं होते थे तो वह खाने के लिए दोस्तों के घर पहुंच जाते थे। उन्होंने बताया, ‘मैंने अजीब तरह की नौकरियां कीं और खाने के लिए दोस्तों के घर पहुंच जाया करता था। वह बहुत मुश्किल दौर था, लेकिन हम तब भी बहुत खुश थे। लेकिन हां, उस समय मैंने काम न मिलने की वजह से बहुत तनाव महसूस किया। जब आपके सपने बड़े होते हैं तभी डिप्रेशन और फ्रस्टेशन शुरू हो जाते हैं’।
‘ऐसा लगा जैसे मरने वाला हूं’
नवाजुद्दीन ने आगे बताया कि ठीक से खाना ना खाने की वजह से मैं काफी कमजोर हो गया था। यहां तक कि मेरे बाल तक गिरने शुरू हो गए थे। मैं दो किलो मीटर चलने के बाद थक जाता था। उस वक्त मुझे ऐसा लगता था जैसे कि मैं मरने वाला हूं। इस वजह से मैं पूरे दिन घर से बाहर की दुनिया देखने के लिए घूमा करता था, क्योंकि पता नहीं था कि मैं कितने दिन जीने वाला हूं।