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महिला की अचानक हुई मौत, अंतिम संस्कार में पहुंचा बंदर, लोग मान रहे हनुमान भक्ति का प्रभाव

टीकमगढ़। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के खजरी गांव में एक बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार में एक बंदर शामिल हुआ। लोग इसे चमत्कार मान रहे है। बताया जा रहा है कि महिला भगवान राम एवं हनुमान की उपासक थी और. . .

टीकमगढ़। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के खजरी गांव में एक बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार में एक बंदर शामिल हुआ। लोग इसे चमत्कार मान रहे है। बताया जा रहा है कि महिला भगवान राम एवं हनुमान की उपासक थी और नित्य प्रति मंदिर जाती थी।
बताया जाता है कि जिले के खजरी निवासी कमला देवी परिहार 80 वर्ष का निधन हो जाने पर परिजन ग्रामीणों के साथ उनका अंतिम संस्कार करने पहुंचे। जैसे ही लोग अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे अचानक से एक बंदर वहां आ गया और चिता के पास बैठ गया। बंदर पूरे समय यहां पर सिरहाने बैठा रहा और पूरा कार्यक्रम देखता रहा। जब कमला देवी के पति रणजीत सिंह परिहार ने उन्हें मुखाग्नि दी और सभी लोग चले गए, तब लगभग 10 मिनट बाद यह बंदर वहां से गया। ऐसे में लोग इसे खजरी देवी की भक्ति का प्रताप और भगवान का चमत्कार बता रहे है।

तीन बेटियां हैं, नहीं था पुत्र

कमला देवी के पति रणजीत सिह ने बताया कि उनकी तीन बेटियां है। उनके बेटा नहीं है। ऐसे में वह इस बात को लेकर चिंतित रहती थी कि उनका अंतिम संस्कार कौन करेगा। 30 सितंबर को निधन हो जाने पर सभी रिश्तेदार और ग्रामीण अंतिम यात्रा लेकर मुक्तिधाम पर पहुंचे तो यहां एक बंदर जाकर चिता के पास बैठ गया।

बजरंग बली की परम भक्त थी

वहीं सरपंच अंशुल तिवारी ने बताया कि पूरा गांव कमला देवी को कक्को जी कह कर संबोधित करता था। वह हनुमान और भगवान श्रीराम की अनन्य भक्त थी। ऐसा कोई दिन नहीं होता था. जब कक्को मंदिर न जाएं। उनका पूरा जीवन सादगी से भरा रहा। ऐसे में एक बंदर का आना और बिना किसी उत्पात के शांत होकर बैठे रहने को चमत्कार ही माना जाएगा।