मालदा। लंबे समय तक काम करने के बाद भी नियमित मासिक वेतन और अन्य लाभ नहीं मिलने के कारण इंडियन ऑयल के गैस बॉटलिंग प्लांट के सामने मजदूरों ने आज धरना प्रदर्शन किया। शिकायत है कि तृणमूल ट्रेड यूनियनों में शामिल होने के बाद भी कभी-कभी धमकियां दी जा रही हैं। इसको मद्देनज़र ओल्ड मालदा थाना क्षेत्र के कोर्ट थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह पुरुष व महिला कर्मियों ने इंडियन ऑयल के गैस बॉटलिंग प्लांट के मुख्य गेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कर रहे मजदूरों के मुताबिक कोई इस बॉटलिंग प्लांट में 15 साल से तो कोई 20 साल से काम कर रहा है। लेकिन कर्मचारियों को नियमित वेतन नहीं दिया जा रहा है। भविष्य निधि के लिए भी कोई प्रावधान नहीं किया गया है। इस बॉटलिंग प्लांट में कामगारों की भर्ती का काम कर रही संस्था अब तृणमूल मजदूर संगठन से जुड़े मजदूरों को तरह-तरह से धमका रही है। इ
ओल्ड मालदा बॉटलिंग प्लांट के एक कर्मचारी आसिम चौधरी ने कहा कि कई कर्मचारी हैं, जिनमें से कई 2001 से इस बॉटलिंग प्लांट में काम कर रहे हैं। उन्हें कोई पीएफ नहीं दिया गया है। तय वेतन की बात करें तो तरह-तरह से डरा-धमका कर दिखाया जा रहा है| नियमित वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। गेट पास रद्द किए जा रहे हैं। इस बॉटलिंग प्लांट में एक यूनियन के विरोध में कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ समय पहले इस बॉटलिंग प्लांट के कामगारों का एक बड़ा हिस्सा तृणमूल ट्रेड यूनियन में शामिल हुआ था। इसके बाद से उन मजदूरों को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है।
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