मिताली एक्सप्रेस शुरू होने के साथ ही भारत और बांग्लादेश के संबंधों में जुड़ा नया अध्याय, रेलमंत्री ने दिखायी हरी झंडी, एनजेपी से पहले दिन 18 यात्रियों को लेकर हुई रवाना
सिलीगुड़ी। उत्तर बंगाल और बांग्लादेश के नागरिकों की बहुप्रतीक्षित मिताली एक्सप्रेस आखिरकार आज से अपनी यात्रा शुरू कर दी है। एनजेपी स्टेशन से आज मिताली एक्सप्रेस अपनी बांग्लादेश की राजधानी ढाका के लिए रवाना हुई। भारतीय के रेल मंत्री अश्विनी वैष्ण और बांग्लादेश के रेल मंत्री नूरुल इस्लाम ने भारतीय रेल मंत्रालय के सभाकक्ष से हरी झंडी दिखाकर मिताली एक्सप्रेस को रवाना किया। उधर, जलपाईगुड़ी के सांसद जयंत रॉय, सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष समेत रेलवे के अन्य अधिकारियों ने एनजेपी स्टेशन पर ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
आपको बता दें कि मैत्री एक्सप्रेस और बंधन एक्सप्रेस के बाद मिताली एक्सप्रेस भारत और बांग्लादेश के बीच तीसरी सीधी ट्रेन सेवा है। यह ट्रेन एनजेपी से ढाका और ढाका से एनजेपी स्टेशन के लिए सप्ताह में दो बार चलेगी। हालांकि, बांग्लादेश में रेल मंत्री ने भारत से अनुरोध किया कि वह सप्ताह में पांच दिन ट्रेन चलाने की व्यवस्था करे।
जलपाईगुड़ी के सांसद ने बांग्लादेश के इस अनुरोध की सराहना की है। आज पहले दिन इस ट्रेन से 18 यात्री बांग्लादेश के लिए रवाना हुए । इनमें से कुछ बांग्लादेश से इलाज के लिए आए थे। गौरतलब है इस ट्रेन के शुरू होने से दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे। इधर इस ट्रेन के शुरू होने से दोनों देशों के नागरिकों को उम्मीद है कि उत्तर बंगाल के पर्यटन और चिकित्सा क्षेत्र का विस्तार होगा। इस अवसर पर सांसद जयंत रॉय ने कहा कि पहले दिन जब 18 यात्री ट्रेन में सफर कर रहे हैं. भविष्य में और भी कई यात्री ट्रेन में सफर करेंगे। इधर भारत और बांग्लादेश के बीच मितली एक्सप्रेस के उद्घाटन को लेकर आज एनजेपी स्टेशन पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। यात्रियों को सभी दस्तावेजों और सामग्री की जांच के बाद ही ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी गयी। ट्रेन में यात्रियों के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं थी।
रेलवे के तरफ से कहा गया है कि आरपीएफ और बीएसएफ जवानों के साथ एनजेपी स्टेशन से पूरी सुरक्षा के साथ ट्रेन रवाना किया। भारतीय सीमा के बाद बांग्लादेश के सुरक्षा अधिकारियों को इसे सौंप दिया जाएगा।
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