मुंबई। मुंबई के तारदेव इलाके में भाटिया अस्पताल के पास शनिवार को 20 मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई। इसकी चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई। दिल दहला देने वाली इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बताया कि 6 वृद्ध लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम की जरूरत थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। मौके पर फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन धुआं बहुत ज्यादा है।
दमकल विभाग के अनुसार, आग सुबह 7.28 बजे लगी और सुबह 8.10 बजे इसे लेवर 3 घोषित किया गया। विभाग ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 13 गाड़ियां और सात जंबो टैंकर लगाए गए। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उन पर काबू पाने में दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। जान गंवाने वालों में से दो बुजुर्ग हैं। वहीं, 19 लोग झुलस गए। इनमें 6 बुजुर्ग हैं। बताया जा रहा है कि करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद इसे बुझा दिया गया। अभी तक आग लगने की वजह का पता नहीं चला है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका के अफसरों ने बताया कि नायर अस्पताल में 5, कस्तूरबा अस्पताल और भाटिया अस्पताल में एक-एक की मौत हुई।
डीसीपी, सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि आग 15वीं फ्लोर पर लगी और ऊपर की फ्लोर पर बढ़ती गई। सबसे ज्यादा 19वीं फ्लोर प्रभावित हुआ। मुंबई प्रशासन के मुताबिक, धुएं की वजह से राहत कर्मियों को अंदर पहुंचने में काफी दिक्कत आई। 19 लोगों को रेस्क्यू किया गया। प्रशासन ने 15 लोगों को भाटिया अस्पताल में भर्ती कराया है। 3 की हालत गंभीर है। उन्हें ICU में रखा गया है। बाकी 12 लोग जख्मी हैं। सभी का जनरल वार्ड में इलाज चल रहा है।
इससे पहले, गंभीर रूप से घायल 10 लोगों को नायर अस्पताल ले जाया गया था, इनमें से दो लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। बाद में इलाज के दौरान तीन और लोगों ने दम तोड़ दिया। बाकी का इलाज चल रहा है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बताया कि कुछ लोगों को धुएं के कारण सांस लेने में समस्या हो रही थी। अब उनकी हालत ठीक है।
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