मुंबई vs राजस्थान : कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता, बॉलिंग का फैसला; सूर्यकुमार आज भी नहीं खेलेंगे मैच
मुंबई। आईपीएल में आज डबल हेडर के पहले मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने राजस्थान रॉयल्स खिलाफ टॉस जीतकर बॉलिंग का फैसला किया है।
बात की जाए मुंबई की तो साल 2013 से पहला मैच हारने की रस्म कायम रखते हुए DC के हाथों 4 विकेट से मैच गंवाकर MI ने सीजन की शुरुआत कर दी है। वहीं, दूसरी ओर ऑक्शन के दौरान बढ़िया कॉम्बिनेशन बिठाने वाली राजस्थान पहले मैच में SRH को 61 रन से पटखनी देने के बाद मुंबई से भिड़ेगी।
हेड टू डेड में मुंबई थोड़ी आगे
IPL में दोनों टीमों के बीच कुल 25 मैच खेले गए हैं। इनमें 13 बार बाजी RR के हाथों लगी तो वहीं 11 मैच MI ने जीते। 1 मुकाबला बगैर परिणाम आए समाप्त हो गया। मुंबई ने राजस्थान के खिलाफ 2010 में एक पारी में सबसे ज्यादा 212 रन बनाए हैं, तो वहीं उसका न्यूनतम स्कोर 92 रहा है। राजस्थान ने एक इनिंग में मुंबई के खिलाफ सर्वाधिक 208 रन बनाए हैं और उसका लोएस्ट टोटल 90 रहा है। दोनों की टक्कर में संजू सैमसन ने सबसे अधिक 416 रन बनाए हैं। इसके बाद रोहित शर्मा का नंबर आता है, जिन्होंने 316 रन स्कोर किए हैं।
खल रही है पंड्या बंधुओं की कमी
रोहित शर्मा और ईशान किशन ने DC के खिलाफ MI को शानदार शुरुआत दी। एक वक्त जो स्कोर 220 के आसपास जाता दिख रहा था, वह मिडिल ऑर्डर के सपोर्ट के बिना 177 पर रुक गया। टिम डेविड दुनियाभर की लीग्स में तहलका मचाते रहे हैं, लेकिन विश्व की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग की सबसे सफल टीम का लंबे अरसे तक हिस्सा बनने के लिए उन्हें बड़ी पारियां खेलने की आदत डालनी होगी। युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने जरूर अपने खेल से प्रभावित किया, लेकिन वह भी पारी को लंबा नहीं कर सके। कीरोन पोलार्ड के बल्ले की खामोशी भी मुंबई के लिए परेशानी का सबब बन रही है।
मुंबई की बॉलिंग में भी नहीं दिखी धार
ट्रेंट बोल्ट और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी टूटने का असर भी दिल्ली के खिलाफ हुए मुकाबले में साफ दिखाई पड़ा। एक तरफ जहां बुमराह ने अपनी बॉलिंग में 43 रन दिए, तो वहीं उनके जोड़ीदार डेनियल सैम्स 4 ओवर्स में 57 रन लुटा बैठे। दोनों को कोई सफलता नसीब नहीं हुई।
बासिल थंपी और एम. अश्विन ने जरूर थोड़ी बेहतर गेंदबाजी की, लेकिन वह टीम को जीत दिलाने के लिए नाकाफी थी। बुमराह की बॉलिंग के खिलाफ बल्लेबाजों का आसानी से शॉट्स खेलने में सफल हो जाना MI टीम मैनेजमेंट के लिए सबसे बड़ी परेशानी का कारण है। अगर MI को एक चैंपियन टीम की तरह खेलते हुए प्लेऑफ का सफर तय करना है तो टीम की गेंदबाजी को एक यूनिट की तरह परफॉर्म करना होगा।
टूर्नामेंट की सबसे बैलेंस्ड टीमों में से एक दिख रही है राजस्थान
हर बार युवा और अनुभवहीन खिलाड़ियों पर हद से अधिक निर्भरता के कारण सीजन वन के बाद से लगातार हार का मुंह देखती आ रही RR की किस्मत ऑक्शन के बाद से चमक गई है। टॉप ऑर्डर में देवदत्त पडिक्कल और हेटमायर के आने से बल्लेबाजी क्रम को मजबूती मिली है। वहीं, आर. अश्विन, जिमी नीशम, युजवेंद्र चहल और ट्रेंट बोल्ट के जुड़ने से बॉलिंग यूनिट में नई जान आ गई है। हैदराबाद के खिलाफ हुए मैच में किसी भी पल ऐसा नहीं लगा कि RR हार सकती है। ऐसे में 5 बार की IPL चैंपियन मुंबई के खिलाफ टक्कर बराबरी की होने की उम्मीद है।
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