नई दिल्ली। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधायक सचिन पायलट शुक्रवार को सेना की वर्दी में नजर आए। प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट से कैप्टन के प्रमोशन के बाद अपनी वर्दी वाली तस्वीरें पायरट ने ट्विटर पर शेयर की हैं। शुक्रवार को पायलट नई दिल्ली में 124 सिख रेजिमेंट की जनरल मीटिंग और ड्रिल में शामिल हुए थे। पायलट ने जाे तस्वीरें शेयर की उनमें वो कॉम्बैट यूनिफॉर्म में दिख रहे हैं। कॉम्बैट यूनिफॉर्मआर्मी में युद्ध और फील्ड ऑपरेशन के समय पहनी जाती है। प्रादेशिक सेना यानि टेरीटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट से कैप्टन के प्रमोशन के बाद अपनी वर्दी वाली तस्वीरें पायरट ने ट्विटर पर शेयर की हैं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सिंतबर 2012 में टेरिटोरियल आर्मी ज्वॉइन की थी। तब पायलट केंद्रीय मंत्री थे। तब से पायलट उसके बाद से टेरिटोरियल आर्मी में समय-समय पर अपनी सेवा देते रहे हैं। सचिन पायलट को सिख रेजिमेंट में कुछ समय पहले ही प्रमोशन दिया गया है। कैप्टन रैंक पर यह प्रमोशन पायलट को नौ साल बाद मिला है।
टेरिटोरियल आर्मी में शामिल होने के बाद से सचिन पायलट नियमिततौर पर अपनी 124 सिख रेजिमेंट की बैठकों और ड्रिल में हिस्सा लेते रहे हैं। शुक्रवार को भी पायलट दिल्ली दौरे पर रेजिमेंट की ड्रिल में शामिल हुए।
सचिन पायलट के परिवार का बैकग्राउंड सेना का रहा है। उनके पिता राजेश पायलट राजनीति में आने से पहले भारतीय वायुसेना में स्क्वैड्रन लीडर थे।राजस्थान के कांग्रेस नेताओं में सचिन पायलट के साथ पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह भी टेरिटोरियल आर्मी में हैं।
बता दें कि टेटिोरियल आर्मी में अफसर बनने के पहली शर्त किसी भी सब्जेक्ट में ग्रेजुएट होना है। शैक्षणिक योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी को पहले लिखित और फिर फिजिकल टेस्ट, मेडिकल टेस्ट जैसी परीक्षाएं पास करनी होती हैं।
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