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राजस्थान में कफ सिरप ने ले ली दो बच्चों की जान, सुरक्षित बताने वाला डॉक्टर भी सिरप पीकर हुआ बेहोश, कंपनी पर लगा ताला

डेस्क। राजस्थान से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां बच्चों को दी गई एक जनरल खांसी की सिरप ने दो मासूमों की जान ले ली और कई अन्य बीमार हो गए. यह सिरप राजस्थान सरकार के लिए कायसन. . .

डेस्क। राजस्थान से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां बच्चों को दी गई एक जनरल खांसी की सिरप ने दो मासूमों की जान ले ली और कई अन्य बीमार हो गए. यह सिरप राजस्थान सरकार के लिए कायसन फार्मा (Kayson Pharma) कंपनी ने बनाई थी. हैरानी की बात यह रही कि दवा की सुरक्षा साबित करने के लिए खुद डॉक्टर ने जब इसे पिया तो वह भी घंटों तक बेहोश पड़ा रहा. पहला मामला सीकर जिले के चिराना क्षेत्र से सामने आया. पांच साल का नितीश खांसी-जुकाम से परेशान था और उसे CHC से यह सिरप दी गई. रात को दवा लेने के बाद वह दोबारा कभी नहीं जागा. परिवार सदमे में है और उसका कहना है कि बच्चा दवा लेने से पहले बिल्कुल ठीक था.

सिरप पीने वाले भाई-बहन हुए बेहोश

इसी तरह, भरतपुर जिले के मल्हा गांव में दो साल के सम्राट जाटव की मौत 22 सितंबर को इसी सिरप से हुई. उसी दिन सिरप पीने वाले उसके दो अन्य छोटे भाई-बहन कई घंटे तक बेहोश रहे और उल्टियां करने लगे. इस विवाद के बाद जब लोग शिकायत करने पहुंचे तो बयाना CHC के प्रभारी डॉ. ताराचंद योगी ने भरोसा जताने के लिए खुद ही सिरप पी ली. लेकिन कुछ ही देर बाद वह गाड़ी चलाते हुए रास्ते में बेहोश हो गए. परिवार ने उन्हें आठ घंटे बाद गाड़ी में बेसुध पाया. उनके साथ एक एम्बुलेंस ड्राइवर ने भी सिरप ली थी और वही हालत हुई.

8 से ज्यादा बच्चे हुए बीमार

पिछले एक हफ्ते में बांसवाड़ा जिले में भी आठ से ज्यादा बच्चे बीमार हुए. सभी बच्चों की उम्र एक से पांच साल के बीच बताई जा रही है. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि अधिकांश बच्चे इलाज के बाद ठीक हो गए. मामला गंभीर होते ही राजस्थान सरकार हरकत में आ गई. स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत 22 बैच पर बैन लगा दिया और 1.33 लाख से ज्यादा बोतलों का वितरण रोक दिया. जयपुर के SMS अस्पताल में स्टॉक में रखी 8,200 बोतलें भी अब मरीजों को नहीं दी जाएंगी.

कफ सिरप की सप्लाई रोक

राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने कहा है कि सभी सैंपल की जांच की जा रही है और फिलहाल Kayson Pharma की सप्लाई रोक दी गई है. राज्य के ड्रग कंट्रोलर ने यह भी बताया कि पिछले साल भी इसी कंपनी की सिरप पर सवाल उठे थे.

22 बैैचों पर बैन

राजस्थान सरकार ने मामले में कार्रवाई करते हुए सिरप के 22 बैचों को बैन कर दिया है. केसॉन फार्मा की सप्लाई रोक दी गई है. जयपुर के SMS अस्पताल में रखी 8,200 बोतलें ना बांटने का आदेश जारी किया गया है. जुलाई 2023 से राज्य में 1 लाख 33 हजार सिरप की बोतलें वितरित हो चुकी हैं, इनकी जांच तेजी से चल रही है.

कंपनी पर लगा ताला

रिपोर्ट के मुताबिक कफ सिरप बनाने वाली इस कंपनी के मालिक ने फैक्ट्री में ताला लगा दिया है. सारे कर्मचारियों की छुट्टी कर दी गई है. सरकार ने एहतियातन सभी कंपनियों के डेक्स्ट्रोमेथोर्फन हाइड्रोब्रोमाइड साल्ट के कफ सिरप की सप्लाई रोक दी है, और तीन सदस्यीय जांच कमेटी को जांच के आदेश दिए हैं.