राज्य के अन्य हिस्सों के साथ सिलीगुड़ी में शूरू हुआ पाड़ाया शिक्षालय, अभिभावकों ने व्यवस्था के प्रति जताई नाराजगी
सिलीगुड़ी। सोमवार से पाड़ाय शिक्षालय की शुरुआत हुई। इसी कड़ी में सिलीगुड़ी के कंचनजंघा स्टेडियम में पाड़ाय शिक्षालय बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। सिलीगुड़ी गर्ल्स हाई स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्राओं सहित सिलीगुड़ी ब्वॉयज हाई स्कूल के छात्रों को लेकर इसकी शुरुआत की गई। हालांकि अभिभावकों ने इस व्यवस्था के प्रति नाराजगी जताई। उनका गुस्सा है बच्चों को धूप में क्यों पढ़ाया जा रहा है, उन्हें भी कक्षा में ही पढ़ाया जाय।
‘पाड़ाय शिक्षालय’ में पांचवीं से लेकर सातवीं तक के बच्चों की दो घंटे तक पढ़ाई होगी। पाड़ाय शिक्षालय में बच्चों को मिड डे मील भी दिया जाएगा। ‘पाड़ाय शिक्षालय’ की व्यवस्था इलाके के खुले मैदान में की गई है और खुले में बच्चों की पढ़ाई होगी। ‘पाड़ाय शिक्षालय’ के तहत शब्द ज्ञान, अंकगणित, कहानी सुनाना, कविता, गायन और नृत्य तथा अन्य विषयों की कक्षाएं संचालित होंगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोविड सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए कक्षाएं संचालित की जाएंगी। ‘पाड़ा शिक्षालय’ परियोजना में 50,159 स्कूल शामिल होंगे, जिसमें स्कूल की इमारत के पास वाले खुले मैदान में कक्षाएं संचालित होंगी। वहां दो लाख नियमित शिक्षक और 21 हजार निविदा शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे। इससे लगभग 60 लाख बच्चों को फायदा होगा।
‘पाड़ाय शिक्षालय’खुलने से बच्चों में खुशी की लहर है। सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए बच्चों के बैठने की व्यवस्था की गई है। एक छात्र ने बताया कि उन्हें बहुत ही खुशी हो रही है। वे लगभग दो साल के बाद अपने मित्रों से मिलेंगे, लेकिन इसके साथ ही बच्चों का कहना है कि ‘पाड़ाय शिक्षालय’की जगह स्कूल ही खोलने की व्यवस्था की जाएगी, क्योंकि स्कूल की तरह और कहीं भी पढ़ाई नहीं हो सकती है। वहीं अभिभावकों का भी कहना है कि ‘पाड़ाय शिक्षालय’ की जगह स्कूल खोले जाने चाहिए। बच्चे इनमें कितने दिन तक आएंगे और स्कूल की तरह व्यवस्था भी संभव नहीं है।
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