राणाघाट। रानाघाट पुलिस को बैंक डकैती के मामले में बड़ी सफलता मिली है। रानाघाट पुलिस अधीक्षक आशीष कुमार मौर्य (आईपीएस) और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ धपोला (आईपीएस) के नेतृत्व में चकदह-बनगांव रोड स्थित आईडीएफसी बैंक में हुई सनसनीखेज लूटकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने केवल एक सप्ताह में 14 करोड़ रुपये मूल्य का सोना बरामद कर लिया।
लालपुर में हुई थी बैंक डकैती की घटना
नदिया ज़िले के चकदह थाना अंतर्गत लालपुर में बैंक डकैती की घटना घटी थी। बैंक में उस समय चार कर्मचारी मौजूद थे। दो सशस्त्र बदमाशों ने बैंक में घुसते ही शटर गिरा दिया और कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर धमकाते हुए सोने के गहनों से भरे दो बैग लेकर फरार हो गए। बैंक में ये गहने ऋण के बदले जमा रखे गए थे। घटना की सूचना मिलते ही चकदह थाने के आईसी अरिंदम मुखर्जी पुलिस बल के साथ पहुंचे। उसके बाद पुलिस अधीक्षक आशीष कुमार मौर्य और एएसपी सिद्धार्थ धपोला भी मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज और लगातार पूछताछ के आधार पर पुलिस ने संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी और बरामदगी
गिरफ्तार आरोपियों में महासीन मंडल, रज्जाक मंडल और साहेब मंडल (उम्र 21-24 वर्ष) शामिल हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने 7.5 किलो सोना बरामद किया, जिसकी बाजार कीमत करीब 14 करोड़ रुपये है। बैंक की ओर से 15 किलो सोना चोरी होने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
शिकायत दर्ज कराने वाले भी षड्यंत्र में शामिल
बैंक के दो कर्मचारी अभिजीत घोष और बप्पा घोष को पुलिस ने पुरी (ओडिशा) से गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, इन्हीं दोनों ने सबसे पहले शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन घटना के बाद वे लापता हो गए थे। उनके परिवार ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में पता चला कि पूरी डकैती एक सुनियोजित षड्यंत्र थी। पुलिस का मानना है कि इस डकैती में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पूरे मामले की जांचअभी भी जारी है।