पलामू। दरवाजे पर बारात पहुंच चुकी थी। वहीं दुल्हन लड़की किसी भी हालत में शादी करने को राजी नहीं थी। उसे बहुत मनाया गया पर वह नहीं मानी। घरवालों के बहुत जिद करने पर वह उसी रात घर से भाग गई। उसके बाद घर में तहलका मच गया। बिना दुल्हन के बारात वापस लौट गई। करीब 20 दिन गुजरने के बाद लड़की अपने घर वापस लौटी। इसके बाद उसे खूब खरी-खोटी सुनाई गई। तरह-तरह के लांछन लगाये गये। लड़की एक ही रट लगाई थी कि उसका किसी के साथ कोई चक्कर नहीं। वह बस अभी किसी भी हालत में शादी नहीं करना चाहती।
पिता के साये से वंचित लड़की के मुख से निकले बोल सुन घरवालों का पारा गरम हो गया। गांव के जिम्मेदार और गणमान्य कुछ लोगों को जुटाया गया। तब भी लड़की नहीं मानी। वह बिल्कुल गुमसुम और उदास थी। बीते 20 अप्रैल को उसका रिश्ता तय किया गया था। लाख समझाने बुझाने के बाद भी जब लड़की अपनी जिद पर अड़ी रही, तब उसके साथ जो कुछ हुआ उससे गांव की कुछ अन्य लड़कियां सहम गई। इस लड़की के सिर के बाल काट दिये गये। फिर हैवानियत की हदों को पार करते हुए युवती के साथ मारपीट कर जूते चप्पलों की माला पहनाकर पूरे गांव में युवती को घुमाया गया। गांव में घुमाने के बाद आरोपियों ने युवती को गांव से निकालकर जंगल में मरने के लिए छोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही जोगीडीह गांव पहुंची पाटन थाना की पुलिस ने जंगल से पीड़ित युवती को सकुशल बरामद कर इलाज के लिए मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
चार आरोपी हिरासत में
युवती द्वारा दिए गए बयान के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना में संलिप्त चार आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बता दें कि जिस युवती के साथ पंचायत के द्वारा सिर मुड़वा कर जूतों की माला पहना कर गांव में घुमाया गया है। दरअसल उस लड़की का गुनाह यह था कि पिछले महीने 19 अप्रैल को युवती की शादी उसके परिवार वालों के द्वारा तय कर दी गई थी. बारात आने पर लड़की ने शादी से इंकार कर दिया और घर छोड़कर भाग गई थी. इसी बीच घटना के लगभग 20 दिन बाद युवती अपने घर लौटी।
लड़की ने शादी से किया इंकार तो पंचायत ने सुना दिया तुगलकी फरमान
इसे लेकर गांव में ग्रामीणों के द्वारा एक पंचायत बुलाई गई थी। जिसमें लड़की को चरित्रहीन बताते हुए आगे गांव की दूसरी लड़कियां इस प्रकार घर छोड़कर ना भागे, इसी लिए सबक सिखाते हुए लड़की को कठोर दंड देते हुए उसके सिर को मुड़वाकर, जूते चप्पलों की माला पहनाकर मारपीट करते हुए उसे पूरे गांव में घुमाने के उपरांत लड़की को गांव से निकाल कर जंगल में ले जाकर छोड़ दिया गया। अपने साथ हुए अमानवीय व्यवहार के कारण लड़की मानसिक रूप से बीमार हो गई है, इधर घटना की सूचना मिलने के उपरांत पाटन थाना की पुलिस ने जंगल से पीड़ित लड़की को बरामद कर उसे बेहतर इलाज के लिए मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां चिकित्सकों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है।
परिवार के लोगो की भी संलिप्ता
लड़की द्वारा दिए गए बयान में बतलाया गया है कि उसके साथ हुए अमानवीय घटना में ग्रामीणों के साथ-साथ उसके परिवार के लोगो की भी संलिप्ता रही है, लड़की द्वारा दिए गए बयान के उपरांत पुलिस ने गांव के 4 से 5 लोगों को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ कर रही है इसके साथ ही घटना में संलिप्त अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
इसे पहले बुजुर्ग दंपति के साथ भी किया गया ऐसा ही व्यवहार
बता दें कि झारखंड में पंचायत द्वारा तुगलकी फरमान सुनाते हुए पीड़ित व्यक्ति के सिर मुड़वा कर गांव में घुमाने की ये कोई पहली घटना नहीं है, इससे पूर्व पिछले महीने 4 अप्रैल को झारखंड के लातेहार जिला के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के ओसरा पंचायत के भेड़िगझार हमें एक वृद्ध दंपति पर डायन बिसाही होने का आरोप लगाकर ग्रामीणों के द्वारा दोनों के सिर मुड़वा कर चुना लगा कर पूरे गांव में घुमाया गया था, हालांकि ग्रामीणों द्वारा किया गया अमानवीय कृत्य की सूचना मिलने के बाद लातेहार जिला के पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
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