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शिकागो से दिल्ली के लिए नहीं उड़ा प्लेन, एयरपोर्ट पर फंसे 300 यात्री, जानिए क्यों?

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शिकागो। एक बार फिर से तकनीकी कारणों की वजह से एयर इंडिया ने यात्रियों को निराश और परेशान किया है। दरअसल टेक्निकल इश्यू के चलते एयर इंडिया का विमान शिकागो से दिल्ली के लिए उड़ान नहीं भर पाया है, जिसकी वजह से 300 यात्री अमेरिका के शिकागो एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। यात्रियों का गुस्सा विमान कंपनी पर फूटा है क्योंकि फ्लाइट के रद्द होने के बाद से यात्रियों को एयर इंडिया की ओर से कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया है। यात्रियों का कहना है कि वो एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं लेकिन एयर इंडिया वाले उन्हें कई भी जवाब ठीक से नहीं दे रहे हैं।
हमें पहले से कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई।
मीडिया से बात करते हुए गोपाल कृष्ण सोलंकी नाम के यात्री ने कहा कि ‘उड़ान को रद्द किया गया लेकिन हमें पहले से कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई, हम एयरपोर्ट पर फंस गए हैं। हमें ना कोई कुछ ढंग से बता रहा है और ना ही हमारे सवालों का जवाब दे रहा है। हमें समझ नहीं आ रहा कि हम दिल्ली कब पहुंचेंगे। हालांकि बहुत हाय-तौबा के बाद एयरलाइंस कपंनी ने एक होटल का अरेंजमेंट किया है लेकिन वो भी बहुत बाद में।’ तो वहीं एक अन्य यात्री ने भी कहा कि’ हम एयरपोर्ट पर बैठे हुए हैं, हमें नहीं पता कि हम दिल्ली कब पहुंचेंगे।’
सभी यात्री 30 -32 घंटे से ज्यादा एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं
आपको बता दें कि एयरइंडिया की फ्लाइट को मंगलवार 1.30 PM से ओ हारे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए उड़ान भरनी थी, जिसे दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 15 मार्च को 2.30 PM पर लैंड करना था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया क्योंकि फ्लाइट को कुछ टेक्निकल इश्यू बताकर रद्द कर दिया गया और विमान कंपनी की ओर से सभी यात्रियों को एयरपोर्ट पर इंतजार करने के लिए कहा गया और उसके बाद से कंपनी ने यात्रियों को कोई भी जवाब नहीं दे रही है। सभी यात्री 30 -32 घंटे से ज्यादा एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।
उड़ान संख्या एआई 126 को रद्द करना पड़ा: एआइ
हालांकि एयरइंडिया के प्रवक्ता ने एक प्रेस नोट जारी करके इस मामले में कहा है कि ’14 मार्च को तकनीकी कारणों से उड़ान संख्या एआई 126 को रद्द करना पड़ा इससे यात्रियों को असुविधा हुई इसका खेद है लेकिन सभी यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर उचित व्यवस्था की गई है और हम वैकल्पिक उड़ानों से उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। हम यात्रियों का पूरा ख्याल रख रहे हैं।’ मालूम हो कि अभी दो दिन पहले एक सवाल के जवाब में सरकार की ओर से बजटसत्र में सदन में बताया गया था कि सा्ल 2022 में तकनीकी कारणों से कुल 1,171 उड़ानें रद्द की गईं, जबकि 2021 में 931 और 2020 में 1,481 उड़ानें रद्द की गईं थीं।


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