साबरमती। गुजरात की साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद को एक बार फिर से उत्तर प्रदेश लाया जा सकता है। प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए बी वारंट लेकर प्रयागराज पुलिस साबरमती जेल पहुंची है। बता दें कि उमेश पाल अपहरण मामले में पिछले दिनों प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट अतीक अहमद समेत तीन आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी हैं अतीक और अशरफ
प्रयागराज पुलिस उमेश पाल हत्याकांड के मामले में माफिया अतीक अहमद से पूछताछ करने के लिए सारबमती जेल पहुंची है। पुलिस सूत्रों ने बताया है कि विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ बी वारंट जारी कराया गया है, ताकि दोनों से पूछताछ की जा सके। सूत्रों ने इतना तक कहा है कि आज शाम को यूपी पुलिस अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज के लिए निकल सकती है। हालांकि स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।
एक टीम साबरमती तो दूसरी टीम बरेली पहुंची
अतीक के भाई और उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अशरफ को भी लाने की तैयारी थी, लेकिन उसकी तबीयत खराब होने के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसकी कोर्ट में पेशी हो सकती है। बताया गया है कि प्रयागराज पुलिस की एक टीम बरेली जेल भी पहुंची है। अशरफ से भी उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पूछताछ की जा रही है।
इतने पुलिसवाले लेकर आए थे अतीक को
बता दें कि 26 मार्च को उमेश पाल अपहरण कांड मामले में कोर्ट में पेशी के लिए माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज की नैनी जेल लाया गया था। सड़क मार्ग से करीब 24 घंटे में 1271 किमी का सफर तय करके पुलिस का काफिला प्रयागराज पहुंचा था। काफिले में एक IPS अधिकारी, 3 डीएसपी और 40 पुलिसकर्मी शामिल हैं। जबकि काफिले में छह गाड़ियां थीं।
यहां-यहां रुका था अतीक को लाने वाला पुलिस का काफिला
अतीक को प्रयागराज लाते समय पुलिस का काफिला सबसे पहले राजस्थान के उदयपुर और फिर मध्य प्रदेश के शिवपुरी में रुका था। यूपी की सीमा में प्रवेश करने के बाद झांसी की पुलिस लाइन में यूपी एसटीएफ और पुलिस कर्मी करीब 2 घंटे तक माफिया को लेकर रुके। यहां से रवाना होने के बाद पुलिस सीधे प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल पहुंची।
उमेश पाल अपहरण कांड में अतीक को हुई उम्रकैद
28 मार्च को उमेश पाल अपहरण मामले में कोर्ट ने अतीक समेत तीन लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई। वहीं अतीक के भाई अशरफ समेत सात लोगों को बरी किया गया था। अपहरण मामले के बाद अब उमेश पाल हत्याकांड में कोर्ट की कार्यवाही तेज हो गई है। सूत्रों की मानें तो अतीक को स्थायी तौर पर भी उत्तर प्रदेश की किसी जेल में शिफ्ट किया जा सकता है। पुलिस अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि अतीक को लाने और ले जाने में काफी दिक्कत होती है।
अतीक के कुनबे को भी बड़ा झटका
वहीं दूसरी ओर अततीक के कुनबे को भी बड़ा झटका लगा है। बसपा सुप्रीमो मायावती की ओर से सोमवार को की गई प्रेसवार्ता में साफ किया गया है कि अतीक के परिवार से किसी को भी निकाय चुनाव में टिकट नहीं दिया जाएगा। बता दें कि अतीक की पत्नी शाइस्ता के बसपा से मेयर का चुनाव लड़ने की अटकलें चल रही थीं, जिन्हें पूरी तरह बसपा सुप्रीमो ने खारिज कर दिया है।
Comments are closed.