सिलीगुड़ी। पुरे देश के साथ ही सिलीगुड़ी में भी गणेश चतुर्थी की धूम मची हुई है। एक तरफ विभिन्न क्लबों के द्वारा सिलीगुड़ी के विभिन्न जगहों में सार्वजानिक गणेश उत्सव का आयोजन किया है, तो दूसरी तरफ लोग अपने अपने घरों में गणपति बप्पा की स्थापना कर रहे हैं और आज से ही बप्पा की पूजा अर्चना शुरू हो जाती है। सिलीगुड़ी के विभिन्न मंदिरो में आज सुबह से ही बप्पा की पूजा अर्चना करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ मंदिरों में उमड़ी है। इतना ही नहीं इस उत्सव पर लोगों ने बप्पा के खूबसूरत और अनोखे पंडाल भी बनाए हैं जो आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
आज 31 अगस्त से गणेश उत्सव शुरू हुआ है, क्योंकि मान्यता है कि भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि पर विध्नहर्ता और मंगलमूर्ति भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। यही कारण है कि आज से घर-घर और बड़े-बड़े पंडालों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित करके उनकी विधिवत पूजा-अर्चना शुरू हुई है। भगवान गणेश के भक्त अपने घरों और सार्वजनिक जगहों पर गणेशजी की भव्य प्रतिमाएं स्थापित करके विधि-विधान से पूजा कर रहे हैं। यह गणेशोत्सव का पर्व 9 सितंबर तक चलेगा। ऐसे में आने वाले 10 दिनों तक लोग भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करते हुए भगवान गणपति से जीवन में सुख-समृद्धि और संपन्नता का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
गजानन,विघ्नहर्ता और सिद्धि प्रदाता सहित कई नामों से प्रसिद्ध भगवन गणेश ज्ञान और बुद्धि के ऐसे देवता हैं,जिनकी उपासना से जीवन में सुख-समृद्धि,सफलता,मान-सम्मान और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। देश के साथ साथ सिलीगुड़ी में भी विभिन्न इलाकों में पंडालों में गणपति की पूजा की जा रही है। पंडालों को भव्य तरीके से सजाकर उसमे भगवान गणेश को विराजमान किया गया है। ऐसा कहा जाता है, कि गणपति की विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से बप्पा बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते है और उनकी कृपा से घर की सुख-शांति बनी रहती है.