हांगकांग। हांगकांग के ताईपो में कई बहुमंजिला इमारतों में भयंकर आग लग गई है। आग बुझाने का काम अभी भी जारी है। फायर सर्विस ने बताया कि अब तक 90 फीसदी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। कम से कम 44 लोगों की मौत हो चुकी है। 300 लोग अभी भी लापता हैं। आग 7 इमारतों में फैल गई है। पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया गया है। यही नहीं, दावा किया जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। दरअसल, इमारतों में बुधवार में आग लगी थी जो कई घंटों के बाद अभी भी धधक रही है। हांगकांग के उपनगरीय इलाके ताई पो में ये घटना हुई। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, आग एक इमारत में लगी थी, लेकिन रात तक वह सात इमारतों में फैल गई।
900 लोगों को सुरक्षित निकाला
हादसे के बाद 900 से अधिक लोगों को बचाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया और बड़ी संख्या में लोगों को अस्थायी कैंपों में शिफ्ट किया गया है। हांगकांग पुलिस ने इस मामले में एक निर्माण कंपनी के दो निदेशकों और एक सलाहकार को गिरफ्तार किया है। जांच में कई फ्लैट की खिड़कियों पर बेहद ज्वलनशील पॉलीस्टाइरीन बोर्ड लगे मिले, जिनके चलते आग भड़की।
जांच करेगी विशेष समिति
अग्निकांड की जांच के लिए हांगकांग प्रशासन ने एक विशेष जांच समिति गठित की है, जो आग के कारणों की गहराई से जांच करेगी। इमारतों के बाहरी हिस्सों में बांस के मचान लगे थे। तेजी से फैली आग ने इन मचान को अपनी चपेट में ले लिया, जिसने आग को और भयानक कर दिया।
मृतकों में एक जवान भी
अग्निशमन विभाग ने बताया कि 140 से अधिक फायर ट्रक, 60 से ज्यादा एंबुलेंस और सैंकड़ों अग्निशमन दल के कर्मचारी और पुलिसकर्मी मौके पर तैनात हैं। आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। काफी हद तक आग पर नियंत्रण पा लिया गया है। हादसे में मरने वालों में एक अग्निशमन दल का जवान भी है।
तीन की गिरफ्तारी, जांच ने पकड़ी रफ्तार
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस ने तीन लोगों को मैनस्लॉटर (गैर-इरादतन हत्या) के आरोप में गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि स्कैफोल्डिंग को लेकर सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन हुआ था, जिससे आग तेजी से फैली. अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तारी आग की जड़ तक पहुँचने की प्रक्रिया का पहला कदम है।
कैसे भड़की आग?
दोपहर में आग 32-तल की बाहरी स्कैफोल्डिंग पर भड़की, जहाँ रेनोवेशन का काम जारी था। बांस की पाइपें, प्लास्टिक नेटिंग और तेज़ हवाओं ने इसे मिनटों में एक इमारत से दूसरी तक पहुँचा दिया। घनी आबादी वाले टॉवर ब्लॉक के बीच हवा का सुरंग-जैसा दबाव आग के फैलने की गति को और घातक बना गया।