हेलीकाप्टर हादसे की शुरू हो चुकी है त्रिस्तरीय जांच, रक्षामंत्री ने संसद में दी दुर्घटना की पूरी जानकारी
नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हुए हेलीकाप्टर एमआई-17 में देश के पहले सीडीसी जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया। इसके अलावा उनकी पत्नी मधुलिका समेत 12 लोगों की भी जान चली गई। गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया। लोकसभा में सुबह: 11:00 बजे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जनरल रावत अपने तय दौरे पर थे। बुधवार को 11.48 पर एमआई-17 हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने लगभग 12:08 बजे अपना नियंत्रण खो दिया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी।
तत्काल स्थानीय प्रशासन का बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा और राहत बचाव कार्य में जुट गया। उस अवशेष से जितने भी लोगों को निकाला गया, उन्हें वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में 14 में से 13 लोगों का वहीं पर निधन हो गया। राजनाथ सिंह ने बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्य अधिकारियों की मौत पर संवेदना प्रकट की।
लोकसभा में बयान देते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। कल ही जांच टीम वेलिंगटन पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। हादसे पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी दुख जताया। हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हुए पदाधिकारियों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।
Comments are closed.