22 दिन की नवजात बच्ची को घर में किया दफन, आशा कर्मियों ने किया पूरे मामले का पर्दाफ़ाश, माता-पिता को पुलिस ने पकड़ा
सिलीगुड़ी । सिलीगुड़ी महकमा के फांसीदेवा प्रखंड के मोतीधार चाय बागान इलाके में घर के पीछे 22 दिन की नवजात बच्ची का शव दफन किये जाने की घटना प्रकाश में आयी है। इस खबर फैलते ही आज पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी।
बताया जा रहा है बच्ची को वैक्सीन देने के लिए आज आशा कर्मी निर्मल तोपर के घर पहुंची थी। आशा कर्मियों ने जब उससे पूछा उसकी बेटी कहाँ हैं तब उसने कहा कि बीमारी की वजह से उसकी मौत हो गयी। उसका शव घर के पीछे दफनाया गया है। यह खबर इलाके में फैलते ही हड़कंप मच गया । आनन-फानन में आशा कार्यकर्ताओं ने अहाते में दबी 18 दिन की नवजात बच्ची को खुद खोदकर बाहर निकाला, इसके बाद उसे विधाननगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सक विश्वजीत दत्त ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद विधाननगर थाने को सूचना दी गई। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेज दिया गया।
उधर, मृत बच्ची के माता-पिता को पूछताछ के लिए पुलिस उन्हें थाने ले आयी। बच्ची के परिजनों ने पुलिस को बताया कि बच्ची की बीमारी के कारण मौत हुई है। उसके बाद बच्ची का पिता बेटी को आंगन में गाड़कर उसका अंतिम संस्कार किया। पोस्टमार्टम के बाद पता चल सकेगा कि बच्ची की हत्या की गयी अथवा बीमारी के चलते उसकी मौत हुई है। विधाननगर थाने की पुलिस घटना की जांच शुरू कर दी है।
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