बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक बेहद चौंकाने वाली और रहस्यमयी घटना सामने आई है। यहां की एक युवती रहमतुल बानो को अब तक 41 बार सांप ने डसा, लेकिन हर बार वह मौत के मुंह से बच निकली। यह मामला न केवल परिवार, बल्कि डॉक्टरों और ग्रामीणों के लिए भी पहेली बन गया है।
🐍 बार-बार सांप का डसना, फिर भी जिंदा
बाराबंकी के जवाहरपुर गांव की रहने वाली रहमतुल बानो को गुरुवार शाम करीब 5 बजे फिर एक बार सांप ने काट लिया। यह 41वीं बार था जब वह इस भयावह हमले का शिकार बनीं। परिजन तुरंत उन्हें देवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले गए, जहां उन्हें बेहोशी की हालत में भर्ती किया गया।
👨👩👧 परिवार का कहना – “यह हमारी जिंदगी की सच्चाई है”
रहमतुल के भाई आजाद ने बताया, “मेरी बहन को इससे पहले 40 बार सांप डस चुका है। हम उसे लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर तक भी ले गए, लेकिन हर बार वह चमत्कारी रूप से बच जाती है।” परिवार इस पूरी घटना को अलौकिक और रहस्यमयी मान रहा है।
👨⚕️ डॉक्टरों को है संदेह
देवा CHC के अधीक्षक ने इस मामले पर संदेह जताते हुए कहा: “मेडिकल साइंस में ऐसा मामला बेहद दुर्लभ है कि एक ही व्यक्ति को बार-बार सांप काटे और वह हर बार बच जाए।” उन्होंने बताया कि रहमतुल को पहले भी अस्पताल में लाया गया है, और हर बार परिजन सांप के काटने की बात कहते हैं। लेकिन 41 बार सांप के काटने का दावा खुद में संदेह पैदा करता है।
🏥 हालत अभी स्थिर, गांव में बना चर्चा का विषय
डॉक्टरों के मुताबिक, फिलहाल रहमतुल की स्थिति स्थिर है, लेकिन यह मामला पूरे गांव में चर्चा का केंद्र बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि “आखिर ऐसा क्या है जो हर बार सिर्फ उसी लड़की को सांप निशाना बना रहा है?” यह सवाल हर किसी के मन में है।
🔍 विज्ञान बनाम आस्था
इस घटना ने एक बार फिर विज्ञान और आस्था के बीच की सीधी टकराव को उजागर कर दिया है। डॉक्टर और विशेषज्ञ इसे दुर्लभ और संदेहास्पद मानते हैं। जबकि परिवार और ग्रामीण इसे चमत्कार या अलौकिक शक्ति का असर मान रहे हैं।
मेडिकल साइंस की समझ
रहमतुल बानो की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती। जहां एक ओर 41 बार सांप के डसने के बाद भी जीवनदान मिलना मेडिकल साइंस की समझ से बाहर है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों की नजर में वह अब एक ‘चमत्कारी लड़की’ बन चुकी हैं। यह मामला सच में इतना अनोखा है कि यह सवाल छोड़ जाता है: “क्या हर रहस्य का जवाब विज्ञान के पास है?”