नई दिल्ली। चार साल पहले विश्व कप 2019 में इंग्लैंड पहली बार चैंपियन बना था। उस टूर्नामेंट के एक मुकाबले में उसे श्रीलंका ने हरा दिया था। पेपर पर कमजोर श्रीलंका ने हेडिंग्ले में यह कारनामा किया था और अब जब दोनों टीमें करो या मरो का मुकाबला खेलने उतरेगी, तो आईलैंडर्स उस कमाल को फिर दोहराना चाहेंगे। रोचक बात यह है कि उस मैच के हीरो एंजेलो मैथ्यूज टीम में लौट आए हैं। मैथ्यूज ने 115 गेंदों में नाबाद 85 रन बनाए थे और लसिथ मलिंगा के जादू के आगे इंग्लैंड ने घुटने टेक दिए थे।
उसके बाद समय बदला मैथ्यूज का फॉर्म खराब हो गया और नेशनल टीम से उन्हें बाहर निकाल दिया गया। अब कमजोर मध्यक्रम और चोटों के कारण टीम मैनेजमेंट ने अचानक मैथ्यूज को फिर याद किया है। उन्हें पिछले सप्ताह यात्रा रिजर्व के रूप में शामिल किया गया था और मंगलवार को मथीशा पथिराना की जगह शामिल किया गया। अपने चौथे विश्व कप के लिए तैयार मैथ्यूज को 221 एकदिवसीय मैच खेलने के अपने अनुभव पर भरोसा है।
अनुभवी हरफनमौला एंजेलो मैथ्यूज ने मैच पहले कहा कि श्रीलंका टीम को इंग्लैंड के आक्रामक प्रदर्शन के लिए तैयार रहते हुए ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा। मैथ्यूज ने कहा, ‘हमें इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। अपनी क्षमता के अनुरूप अभी तक नहीं खेल पाने के बावजूद वह बहुत खतरनाक टीम है।’
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छा विकेट है और आउटफील्ड छोटी है। हमें ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए तैयार रहना होगा, क्योंकि वे आक्रामक खेल दिखाएंगे लेकिन हम इस चुनौती के लिए तैयार हैं।’ मैथ्यूज को पहले श्रीलंका की 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन वह रिजर्व के तौर पर आए। इसके बाद पथिराना की चोट के कारण उन्हें टीम में लिया गया। उन्होंने कहा, ‘मैंने पिछले तीन साल में सफेद गेंद का क्रिकेट ज्यादा नहीं खेला है, लेकिन उम्मीद है कि अपने अनुभव के दम पर इस विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन कर सकूंगा। मुझे टीम में शामिल होने की उम्मीद नहीं थी लेकिन मैं कड़ा अभ्यास कर रहा था।’
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