नई दिल्ली: दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों की ताज़ा सूची में भारत ने अमेरिका और ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए एक बेहतर रैंक हासिल की है। न्यूमबेओ सेफ्टी इंडेक्स 2025 के मुताबिक, भारत को 66वां स्थान मिला है, जबकि ब्रिटेन 87वें और अमेरिका 89वें पायदान पर हैं। यह रिपोर्ट दुनिया भर के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर धारणा और अनुभव के आधार पर तैयार की गई है।
न्यूमबेओ सेफ्टी इंडेक्स क्या है?
न्यूमबेओ एक स्वतंत्र ग्लोबल डाटा प्लेटफॉर्म है, जो किसी देश या शहर में रहने वाले लोगों से सीधे सेफ्टी, अपराध दर, सामाजिक स्थिरता और पुलिस पर भरोसा जैसे मापदंडों पर जानकारी एकत्र करता है। यह सरकारी आंकड़ों पर आधारित नहीं होता, बल्कि आम नागरिकों की राय और अनुभवों को केंद्र में रखकर तैयार किया जाता है।
इस इंडेक्स में मूल्यांकन किए गए प्रमुख मापदंड:
सार्वजनिक सुरक्षा की स्थिति
रात में अकेले बाहर निकलने में डर
चोरी, डकैती और अन्य अपराधों की आशंका
पुलिस की तत्परता और लोगों का भरोसा
सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता
भारत को मिला 66वां स्थान, पड़ोसी देशों की क्या स्थिति?
भारत, 147 देशों की सूची में 66वें स्थान पर है और उसका सेफ्टी स्कोर 60.2 के आसपास है। भारत के पड़ोसी देशों में—
चीन: 15वां स्थान (स्कोर: 76.0)
श्रीलंका: 59वां स्थान (स्कोर: 57.9)
पाकिस्तान: 65वां स्थान (स्कोर: 56.3)
बांग्लादेश: 126वां स्थान (स्कोर: 38.4)
टॉप 10 सबसे सुरक्षित देश कौन से हैं?
अंडोरा – 84.7 स्कोर
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) – 84.5
कतर – 84.2
ताइवान – 82.9
ओमान – 81.7
आइल ऑफ मैन – 79.0
हांगकांग – 78.5
आर्मेनिया – 77.9
सिंगापुर – 77.4
जापान – 77.1
सबसे असुरक्षित देश कौन से हैं?
वेनेजुएला – सबसे असुरक्षित देश (स्कोर: सबसे कम)
अफगानिस्तान – 144वां स्थान
सीरिया – 140वां स्थान
भारत के लिए यह रिपोर्ट क्यों अहम है?
यह रैंकिंग वैश्विक निवेशकों, पर्यटकों, और विदेश नीति विशेषज्ञों के लिए भारत की छवि को सकारात्मक दिशा में प्रस्तुत करती है। भारत को अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों से ऊपर रखना यह संकेत देता है कि जनता की सुरक्षा को लेकर धारणा मजबूत हुई है।