चण्डीगढ। खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब डे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी पापलप्रीत सिंह को पंजाब के होशियारपुर से गिरफ्तार किया गया है। पप्पलप्रीत सिंह को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों को पिछले हफ्ते ताजा सीसीटीवी फुटेज हाथ लगी थी जिसमें कथित तौर पर पापलप्रीत को होशियारपुर के एक गांव में डेरे में नजर आया था। कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल 18 मार्च को अपने संगठन वारिस पंजाब डे पर पुलिस की कार्रवाई के बाद से फरार है। हालांकि, वह पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया पर जारी दो कथित वीडियो और एक ऑडियो क्लिप में दिखाई दिया है।
कौन है पप्पलप्रीत
पंजाब में खालिस्तान समर्थक क्षेत्र के भीतर अलग-अलग रंग हैं। सिमरनजीत मान और उनके एसएडी-अमृतसर जैसे लोग हैं जो खालिस्तान समर्थक हैं लेकिन इसे लोकतांत्रिक तरीकों से हासिल करना चाहते हैं। वे भारतीय संविधान के भीतर चुनाव लड़ते हैं। दल खालसा जैसे संगठन भी खालिस्तान समर्थक हैं और विरोध के शांतिपूर्ण तरीकों के लिए खड़े हैं। ऐसे कई कार्यकर्ता भी हैं जो खालिस्तान चाहते हैं लेकिन वृद्धिशील परिवर्तन पर तुरंत ध्यान केंद्रित करना पसंद करते हैं और उनका मानना है कि राजनीतिक कैदियों की रिहाई जैसे अधिक प्राप्य मुद्दे हैं। एक वर्ग ऐसा भी है जो भारतीय संघ के भीतर रहने के लिए तैयार है, बशर्ते वह पंजाब के लिए अधिक संघीय स्वायत्तता दे, पानी के बंटवारे और चंडीगढ़ जैसे मुद्दों को संबोधित करे, और मानवाधिकारों के हनन के पीड़ितों को न्याय दे। खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ता के अनुसार पप्पलप्रीत जैसे लोग खालिस्तान से कुछ भी कम नहीं चाहते हैं। 2016 के एक रेडियो साक्षात्कार में पप्पलप्रीत सिंह ने बताया था कि उसकी मुख्य प्रेरणा खालिस्तान के भिंडरावाले टाइगर फोर्स के संस्थापक गुरबचन सिंह मनोचहल है। पप्पलप्रीत का कहना है कि उसने अपने रिश्तेदार के माध्यम से मनोचहल की कहानियां सुनीं, जो उग्रवादी नेता को जानता था।