नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2 दिवसीय भारत दौरे पर बृहस्पतिवार शाम दिल्ली पहुंच रहे हैं। पुतिन के दौरे को लेकर दिल्ली में भव्य तैयारियां की गई हैं।: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2 दिवसीय दौरे पर भारत आने वाले हैं। पुतिन के दौरे को लेकर राजधानी दिल्ली में भव्य तैयारियां की गई हैं साथ ही सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली में जगह-जगह प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति पुतिन के बैनर पोस्टर्स और होर्डिंग लगाए गए हैं। एयरपोर्ट से लेकर प्रधानमंत्री आवास तक और भारत मंडपम से लेकर राष्ट्रपति भवन तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। पुतिन के भारत दौरे से जुड़े पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए इंडिया टीवी की डिजिटल टीम के साथ जुड़े रहें।
दिल्ली में कैसी है तैयारी
भारत की राजधानी दिल्ली में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वागत में फ्लेक्स बोर्ड और रूस के राष्ट्रीय झंडे लगाए गए हैं। राष्ट्रपति पुतिन 23वें भारत-रूस सालाना समिट के लिए 4-5 दिसंबर 2025 को भारत के राजकीय दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरे के दौरान, पुतिन और पीएम मोदी के बीच अहम वार्ता होगी।
पुतिन का पूरा कार्यक्रम
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का शुक्रवार (5 दिसंबर 2025) को औपचारिक स्वागत किया जाएगा, जिसके बाद 23वीं भारत-रूस शिखर वार्ता होगी। प्रधानमंत्री मोदी हैदराबाद हाउस में पुतिन और उनके प्रतिनिधिमंडल के लिए दोपहर के भोज की भी मेजबानी करेंगे। पुतिन सुबह राजघाट भी जाएंगे। लगभग 28 घंटे की यात्रा के बाद पुतिन शुक्रवार रात करीब साढ़े 9 बजे भारत से प्रस्थान करेंगे।
कब दिल्ली पहुंचेंगे पुतिन?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बृहस्पतिवार शाम लगभग साढ़े छह बजे नई दिल्ली पहुंचने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में एक निजी रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। पिछले वर्ष जुलाई में पुतिन ने रूस की यात्रा पर गए मोदी का इसी प्रकार आतिथि सत्कार किया था।
क्या बोले कांग्रेस सांसद?
व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर कांग्रेस सांसद चमाला किरण कुमार रेड्डी ने कहा, “रूस हमारे सबसे पुराने साथियों में से एक है। हमें अपने उन दोस्तों को बनाए रखना है जो हमारे बुरे वक्त में हमारे साथ रहे हैं। पिछले 10 सालों में, हम यह नहीं समझ पाए कि हमारी फॉरेन पॉलिसी क्या है और हमने हाल ही में ट्रंप को भारत के बारे में बात करते देखा, यहां तक कि हमारे ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी। हमें यह पक्का करना होगा कि रूस के साथ हमारे रिश्ते बने रहें। प्रेसिडेंट पुतिन का यह भारत दौरा फायदेमंद होना चाहिए। हमें यह पक्का करना होगा कि आने वाले सालों में, भारत के साथ हमारे रिश्ते अच्छे रहें क्योंकि उनकी सोच पॉजिटिव है…।”
ऐसे रिश्ते नई दिशा तय करते हैं
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे पर, भारत के पूर्व डिप्लोमैट महेश सचदेव ने कहा, ” ऐसे समिट स्ट्रेटेजिक फैसले लेते हैं और सबसे ऊंचे लेवल पर रिश्तों के लिए एक नई दिशा तय करते हैं। सिर्फ 2 दिन पहले, प्रेसिडेंट पुतिन ने क्रेमलिन में प्रेसिडेंट ट्रंप के दूत और उनके दामाद के साथ 5 घंटे लंबी मीटिंग की थी। तो ये मुद्दे इस समिट के बैकग्राउंड में होंगे। दोनों लीडर शायद इस बात पर काम कर रहे होंगे कि इस ऑयल इक्वेशन को दूसरे तरीकों से कैसे बताया जाए…ऐसा लगता है कि दोनों पक्षों ने 2030 तक ट्रेड को $100 बिलियन तक बढ़ाने का फैसला किया है, चाहे ऑयल इक्वेशन कुछ भी हो…दोनों के पास ना सिर्फ यूरोप की जियोपॉलिटिक्स पर बल्कि सुपरपावर्स: चीन, रूस और यूनाइटेड स्टेट्स के बीच, साथ ही साउथ एशिया के हालात पर भी बात करने का मौका होगा।”
भारत-रूस के बीच SU-57 पर हो सकती है बात
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे को दौरान SU-57 फाइटर जेट पर बात हो सकती है। SU-57 फिफ्थ जनरेशन का स्टील्थ फाइटर प्लेन है। भारत के पास अभी फिफ्थ जेन का कोई प्लेन नहीं है। रूस ने भारत को SU-57 के टेक्नोलॉजी ट्रांसफर का ऑफर दिया है।अगर भारत रूस का ऑफर मान लेता है तो भारत में ही इसका निर्माण भी होगा।
‘हमेशा भारत के पक्ष में रहा है रूस’
रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर, वेस्ट एशिया स्ट्रैटेजिस्ट वायल अव्वाद ने कहा, “भारत रूस को ना सिर्फ एक स्ट्रेटेजिक पार्टनर मानता है, बल्कि एक वफादार पार्टनर भी। पिछले सात दशकों में, हमने देखा है कि भारतीय मामलों में रूस का दखल हमेशा भारत के पक्ष में रहा है। भारत को रूसी प्रेसिडेंट के दौरे के मौके का फायदा उठाना चाहिए। भारत को यूक्रेन युद्ध पर भी अपना नजरिया पेश करना होगा, जो भारत पहले से ही कहता आ रहा है। प्रधानमंत्री ने कई बार कहा है कि यह युद्ध का दौर नहीं है और वह रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करना चाहते हैं…।’
तैनात हैं स्नाइपर और क्यूआरटी टीम
दिल्ली पुलिस, केंद्रीय एजेंसियों और पुतिन की निजी सुरक्षा टीम ने कई स्तरों वाला सुरक्षा घेरा बनाया है, जिसके तहत स्वैट टीमें, आतंकवाद रोधी इकाइयां, स्नाइपर और त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) संवेदनशील स्थानों पर तैनात हैं। इसके अलावा, उच्च-गुणवत्ता वाले सीसीटीवी नेटवर्क और तकनीकी निगरानी प्रणालियां भी यात्रा से जुड़े सभी क्षेत्रों में सक्रिय कर दी गई हैं।
5,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
पुतिन के दौरे को लेकर कड़ी निगरानी के लिए 5,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारी मार्ग सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और उन क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं, जहां से रूसी राष्ट्रपति गुजर सकते हैं। वीवीआईपी आवाजाही के लिए सभी मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यात्रियों को असुविधा कम हो, इसके लिए समय-समय पर ट्रैफिक एयवाइजरी जारी की जाएगी।
पुतिन के दौरे को लेकर किए गए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे को लेकर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा मानकों के कारण उनके ठहरने के स्थान के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पुतिन के आगमन से लेकर प्रस्थान तक हर गतिविधि पर संयुक्त रूप से काम कर रही कई सुरक्षा इकाइयां नजर बनाए रखेंगी।
पुतिन के स्वागत की तैयारियां पूरी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे को लेकर दिल्ली स्वागत की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जगह-जगह पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति पुतिन के बैनर पोस्टर्स और होर्डिंग लगाए गए हैं। दिल्ली के लुटियन जोन को सिक्योरिटी के लिहाज से भी अपडेट कर लिया गया है। एयरपोर्ट से लेकर प्रधानमंत्री आवास तक और भारत मंडपम से लेकर राष्ट्रपति भवन तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। कर्तव्य पथ पर भी भारत के झंडे के साथ रूस के झंडे लगाए गए हैं।