डेस्क। अगर लंग्स यानि फेफड़े साथ ना दे तो समझिए मृत्यु तय है! क्योंकि, सांसों की डोर इन फेफड़ों के दम पर ही है। पर, वायु प्रदूषण, खराब लाइफस्टाइल आदि के कारण फेफड़े कमजोर हो रहे हैं। अमेरिकन लंग एसोसिएशन ने लंग्स के वार्निंग संकेत के बारे में बताया है। जिससे कमजोर या बीमार फेफड़ों की पहचान हो सकती है। इस तरह के संकेत मिलने पर क्या करना चाहिए, फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए क्या खाना चाहिए… ये सारी बातें आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानेंगे।
फेफड़ों की वार्निंग साइन को समझिए
विशेषज्ञ डॉक्टर कहते हैं, खांसी होना और सांस फूलना ये आम संकेत हैं। आप इनको हल्के में ना लें। क्योंकि, ये शुरुआती संकेत होने के साथ-साथ इस बात की ओर इशारा करते हैं कि लंग्स कमजोर हो रहे हैं। आपको ध्यान देने की जरूरत है। अमेरिकन लंग एसोसिएशन ने अपने एक लेख में निम्नलिखित संकेत बताए हैं-
1- पुरानी खांसी : आठ दिन या उससे अधिक समय से चल रही खांसी कमजोर फेफड़े की निशानी है। इसलिए खांसी होने पर तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए ताकि वो जल्दी से ठीक हो पाए।
2- सांस फूलना : अगर एक्सरसाइज करने या भागादौड़ी से सांस फूले तो अलग बात है। पर, बिना किसी मेहनत के सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ होना सही संकेत नहीं है।
3- पुरानी बलगम : बलगम एक माह से अधिक समय तक निकलते रहना भी कमजोर फेफड़ों की निशानी है। इस बात को भी हल्के में ना लें और डॉक्टर से दिखाएं।
4- घरघराहट जैसी आवाज : स्वस्थ आदमी के सांस लेने में किसी तरह की अटपटी से आवाज नहीं आती है। पर, सांस लेने में घरघराहट जैसी आवाज आने का मतलब है कि फेफड़ों को दिक्कत हो रही है।
5- खून की खांसी : खांसी के साथ उल्टी, बलगम निकलना और इसके साथ खून का आना सही संकेत नहीं है। ये सबसे खतरनाक संकेत है।
6- सीने में दर्द : एक महीने या उससे अधिक समय तक सीने में दर्द बने रहना। अगर इस तरह की दिक्कत हो रही है तो ये लंग्स की दिक्कत की ओर इशारा है।
फेफड़ों की मजबूती के लिए क्या खाएं-पिएं
डॉक्टरों के अनुसार फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए आपको डाइट में ये चीजें खानी चाहिए। केला, कीवी, संतरा, नींबू, ब्रोकली, पालक, गाजर, शकरकंद, अलसी के बीज आदि।