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“केंद्र बंगाल को भूखों मारने की कोशिश कर रहा है”, सिलीगुड़ी से गरजीं मुख्यमंत्री ममता, कहा -मैंने अपना वादा पूरा किया

सिलीगुड़ी। उत्तर बंगाल के दौरे पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए जमकर बरसीं। “केंद्र बंगाल को भूखा (भात यानि चावल) मारने की कोशिश कर रहा है”, ऐसा तीखा बयान देते. . .

सिलीगुड़ी। उत्तर बंगाल के दौरे पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए जमकर बरसीं। “केंद्र बंगाल को भूखा (भात यानि चावल) मारने की कोशिश कर रहा है”, ऐसा तीखा बयान देते हुए उन्होंने केंद्र की नीतियों पर सवाल उठया ।
दरअसल, कुछ सप्ताह पहले भीषण बाढ़ और भूस्खलन से उत्तर बंगाल का बड़ा हिस्सा तबाह हो गया था। तब मुख्यमंत्री खुद राहत कार्यों की समीक्षा के लिए वहां पहुंची थीं। अब वह तीन दिनों के दौरे पर फिर उत्तर बंगाल आई हैं, जहां उत्तरकन्या में आयोजित प्रशासनिक बैठक से उन्होंने राहत और पुनर्वास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी।

मैंने अपना वादा पूरा किया : ममता

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने वादा किया था कि जिन लोगों की जान-माल का नुकसान हुआ है, उन्हें नौकरी और 5 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी, वह हमने दे दी है। सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हो चुका है, मिरिक में नया पुल बन रहा है, खेतों का सर्वे हो रहा है ताकि किसानों को फसल बीमा मिल सके।”

14,794 परिवारों को कुल 161 करोड़ 33 लाख रुपये की सहायता

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 14,794 परिवारों को कुल 161 करोड़ 33 लाख रुपये की सहायता सीधे बैंक खाते में दे रही है। इसके साथ ही, बाढ़ प्रभावित 1,37,000 किसानों को बीज और कृषि उपकरण वितरित किए गए हैं, जिस पर 10 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसके अलावा, 807 किसानों को 47 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई है ताकि उनकी जमीन दोबारा खेती योग्य हो सके।

3,491 लोगों को दिए गए भूमि पट्टे

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उत्तर बंगाल के आठ जिलों जलपाईगुड़ी, कोचबिहार, अलीपुरद्वार, दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा — में 3,491 भूमि पट्टे (पक्का स्वामित्व पत्र) वितरित किए गए हैं।

चार साल से केंद्र ने सारी राशि रोक दी है

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा, “हमारे शासनकाल में 2021-22 तक हमने बंगाल में 46 लाख घर बनाए, लेकिन पिछले चार साल से केंद्र ने सारी राशि रोक दी है। ग्रामीण सड़कों का काम भी ठप पड़ा है। केंद्र दूसरे राज्यों को पैसा दे रहा है, लेकिन बंगाल का हक छीन रहा है। वे सोचते हैं कि बंगाल को भूखों मार देंगे, लेकिन उन्हें नहीं पता कि बंगाल की मिट्टी और उसके लोग कभी हार नहीं मानते।”मुख्यमंत्री ने दावा किया कि केंद्र की मदद बंद होने के बावजूद, राज्य सरकार ने 12 लाख योग्य परिवारों को 14,400 करोड़ रुपये की सहायता दी है।

बंगाल को रोका नहीं जा सकता

उन्होंने आगे कहा, “दिसंबर से जनवरी के बीच हम 16 लाख और परिवारों को आधी राशि देंगे, बाकी मई महीने में दी जाएगी।” उत्तर बंगाल के इस दौरे पर ममता बनर्जी ने एक बार फिर संदेश दिया, “बंगाल को रोका नहीं जा सकता, चाहे केंद्र कितना भी प्रयास करे।”

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