नई दिल्ली। दार्जिलिंग क्षेत्र में गोरखा समुदाय की मांगों को लेकर केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने पूर्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Deputy National Security Advisor) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के सेवानिवृत्त अधिकारी पंकज कुमार सिंह को गोरखा प्रतिनिधियों के साथ वार्ता के लिए इंटरलोक्यूटर (वार्ताकार) नियुक्त किया है।
गृह मंत्रालय द्वारा गुरुवार देर शाम जारी घोषणा के अनुसार, यह फैसला केंद्र की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसके तहत दार्जिलिंग हिल्स, तराई और डुआर्स क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाओं को समझने और उनका समाधान खोजने की दिशा में गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।
पंकज कुमार सिंह, 1988 बैच के राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। वे अगस्त 2021 से दिसंबर 2022 तक सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 29वें महानिदेशक रहे। सेवा निवृत्ति के बाद उन्हें जनवरी 2023 में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया था।
सुरक्षा मामलों के जानकारों के मुताबिक, सिंह की नियुक्ति को एक “रणनीतिक कदम” माना जा रहा है। उनके पास सीमा सुरक्षा, आंतरिक शांति स्थापना और संवेदनशील राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों को संभालने का व्यापक अनुभव है। सूत्रों के अनुसार, उनकी शांत स्वभाव और कुशल बातचीत शैली ने पहले भी कई गंभीर परिस्थितियों को टालने में अहम भूमिका निभाई है।
सिंह का जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत में कार्यकाल उन्हें जातीय और क्षेत्रीय विवादों की गहरी समझ देता है। इसी अनुभव के चलते उन्हें गोरखा वार्ता का दायित्व सौंपा गया है।
एक वरिष्ठ गृह मंत्रालय अधिकारी ने कहा — “यह केंद्र सरकार की दूरदर्शिता को दर्शाता है। पंकज सिंह की नियुक्ति निश्चित रूप से संवाद और समाधान की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित होगी।”