Home » पश्चिम बंगाल » जलपाईगुड़ी में एकादशी के दिन भी मूर्तियों का विसर्जन जारी, पिछले साल के मालबाजार कांड से सीख लेते हुए प्रशसन अधिक सतर्क

जलपाईगुड़ी में एकादशी के दिन भी मूर्तियों का विसर्जन जारी, पिछले साल के मालबाजार कांड से सीख लेते हुए प्रशसन अधिक सतर्क

जलपाईगुड़ी। जलपाईगुड़ी जिले के गयेरकाटा इलाके में एकादशी की रात भी प्रतिमाओं का विसर्जन जारी रहा. जलपाईगुड़ी जिले के विभिन्न नदी घाटों पर एकादशी के दिन मूर्ति विसर्जन चलता रहा. गयेरकाटा सबुज संघ की प्रतिमा के विसर्जन के मौके पर. . .

जलपाईगुड़ी। जलपाईगुड़ी जिले के गयेरकाटा इलाके में एकादशी की रात भी प्रतिमाओं का विसर्जन जारी रहा. जलपाईगुड़ी जिले के विभिन्न नदी घाटों पर एकादशी के दिन मूर्ति विसर्जन चलता रहा. गयेरकाटा सबुज संघ की प्रतिमा के विसर्जन के मौके पर खासकर महिलाओं की भीड़ देखने लायक थी. हर साल गयेरकाटा का सबुज संघ एकादशी के दिन धूमधाम से मूर्ति विसर्जित करता है.
असल में मेले में भीड़भाड़ से बचने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए ये लोग दशमी के बजाय एकादशी को प्रतिमाएं विसर्जन करते हैं. जलपाईगुड़ी की लगभग 10 पूजा समितियों की मूर्तियाँ कल गयेरकाटा विसर्जन घाट पर पहुंची . विसर्जन घाट पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल और नागरिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था.
गौरतलब है माल बाजार में पिछले वर्ष मूर्ति विसर्जन के दौरान नदी में अचानक आयी बाढ़ से कई लोगों की मौत हो गयी थी. इस घटना से सीख लेते हुए इस साल प्रशासन ज्यादा निगरानी करता नजर आ रहा है. साथ ही हाइड्रोलिक मशीनें और जेसीबी की व्यवस्था की गई है ताकि कोई नदी में न उतर सके.

Web Stories
 
रोजाना तेज चलने से दूर रहती हैं ये परेशानियां Shilpa Shetty की तरह दिखेंगी हॉट, पहनें ये ड्रेसेज सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत के लिए अपनाएं ये टिप्स तुलसी से जुड़ी ये गलतियां करने से मां लक्ष्मी हो सकती हैं नाराज किचन में ये चीजें रखने से घर में हो सकता है दरिद्रता का वास