डेस्क। सर्दी का मौसम आते ही रात में मच्छरों की तादात बढ़ गई है। अब लोग इन मच्छरों से छुटपारा पाने के लिए सस्ता और आसान तरीका ढूंढ रहे हैं। मच्छरों से निजात पाना हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है। मौसम बदलते ही मच्छरों की तादात देखते ही देखते बढ़ जाती है, शाम होते ही काटना शुरू कर देते हैं। अब बाजार में उपलब्ध महंगे कॉइल और लिक्विड रिपेलेंट के बीच, एक बेहद सस्ती और देसी तरकीब से मच्छरों को भगा सकते हैं।
अंडे की कैरेट को जलाकर मच्छरों को भगाया जा सकता है। यह तरीका न केवल सस्ता है, बल्कि इसका असर भी बहुत तेज बताया जा रहा है।
सस्ते जुगाड़ का असर : मच्छर भगाने का यह तरीका सबसे सस्ता ऑप्शन है, क्योंकि अंडे की कैरेट अक्सर बेकार समझकर फेंक दी जाती है। इस ट्रिक में कैरेट के एक छोटे से हिस्से को जलाया जाता है, जिससे जो धुआं निकलता है, वो मच्छर पर तुरंत असर करता है। दावा है कि इस धुएं के संपर्क में आते ही मच्छर बेहोश होकर गिर जाते हैं।
क्यों काम की है कैरेट : दरअसल अंडे की कैरेट को बनाने वाली फैक्ट्री में कुछ ऐसे केमिकल मिलाए जाते हैं, जो जलने पर तीखी गंध पैदा करते हैं। यह गंध मच्छरों की प्रभावित कर सकती है, जिससे दूर भागते हैं या बेहोश हो जाते हैं। यह तरीका उन लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहा है जो महंगे उत्पादों पर पैसा खर्च नहीं करना चाहते हैं।
नीम की पत्ती का इस्तमेाल : इस देसी नुस्खे को और भी प्रभावी बनाने के लिए नीम के पत्तों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। आप अंडे की कैरेट के साथ सूखी नीम की पत्तियों को मिलाकर जलाते हैं, तो निकलने वाला धुआं और भी तीखा हो जाता है। क्योंकि नाम नीम को सदियों से एक प्राकृतिक मच्छर रिपेलेंट के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित? : इस ट्रिक की सबसे बड़ी और खास बात है कि इसे सुरक्षित बताया गया है। अंकुर का दावा है कि कैरेट से निकलने वाले धुएं में कोई रेस्पिरेटरी इन्फेक्टेड केमिकल नहीं होता है। जिसका अर्थ है कि यह धुआं बच्चों और बुजुर्गों की सांस लेने का तंत्र को नुकसान नहीं पहुंचाता। यही दावा इसे पारंपरिक मच्छर कॉइल से अलग बनाता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान : मच्छर भगाने का नुस्खा सस्ता और प्रभावी बताया जा रहा है, लेकिन इसके उपयोग में सावधानी बरतना जरूरी है। अंडे की कैरेट मुख्य रूप से कागज और गूदे से बनी होती है, जो तेजी से जलती है। तो सावधानी से जलाएं और खिड़की दरवाजे खुले रखें। ताकि मच्छर बाहर जा सके और धुएं की वजह से घुटन महसूस ना हो।