इस्लामाबाद। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने एक बड़ा खुलासा कर दिया। ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों की टेस्टिंग कर रहा है और इस बारे में किसी को बता भी नहीं रहा। ट्रंप ने दावा किया कि पाकिस्तान, नॉर्थ कोरिया , चीन और रूस जैसे देश धरती के अंदर काफी गहराई में परमाणु हथियारों की टेस्टिंग करते हैं जहाँ किसी को पता नहीं चलता, बस हल्की कंपन महसूस होती है। ट्रंप के इस दावे पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है।
ट्रंप के दावे को पाकिस्तान ने झुठलाया
ट्रंप के दावे को पाकिस्तान ने झुठला दिया है। पाकिस्तान के एक अधिकारी ने इस मामले में बात करते हुए एक टीवी चैनल पर दिए इंटरव्यू में कहा, “पाकिस्तान परमाणु हथियारों की टेस्टिंग करने वाला पहला देश नहीं था और परमाणु हथियारों की टेस्टिंग फिर शुरू करने वाला भी पहला देश नहीं होगा।”
चीन ने भी ट्रंप के दावे को नकारा
पाकिस्तान के साथ चीन ने भी ट्रंप के दावे को नकार दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने इस बारे में कहा, “परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल न करने की नीति पर चीन कायम है। चीन की परमाणु नीति पूरी तरह से आत्मरक्षा पर आधारित है और चीन परमाणु टेस्टिंग को बैन रखने वाले समझौते की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए सभी देशों के साथ मिलकर काम करने और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु निरस्त्रीकरण और अप्रसार संधि की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
अमेरिका करेगा परमाणु हथियारों की टेस्टिंग शुरू
ट्रंप ने कुछ दिन पहले ही फरमान जारी किया है कि अमेरिका, परमाणु हथियारों की टेस्टिंग शुरू करेगा। ट्रंप ने अमेरिकी युद्ध विभाग (रक्षा विभाग) को तुरंत ऐसा करने के निर्देश दे दिए हैं।