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डायबिटीज से जा सकती है आंखों की रोशनी : आंखों के लिए काल बनकर आते हैं ये 4 लक्षण, नहीं दिया ध्यान तो फूट पड़ेंगी खून की नसें

डेस्क। डायबिटीज से कई सारे अंगों को नुकसान पहुंचता है। किडनी की तरह हाई ब्लड शुगर आपकी आंखों को भी खराब कर सकती है। नजर को खराब करने से पहले डायबिटीज आंख में कुछ लक्षण दिखाने लगती है, इन्हें इग्नोर. . .

डेस्क। डायबिटीज से कई सारे अंगों को नुकसान पहुंचता है। किडनी की तरह हाई ब्लड शुगर आपकी आंखों को भी खराब कर सकती है। नजर को खराब करने से पहले डायबिटीज आंख में कुछ लक्षण दिखाने लगती है, इन्हें इग्नोर नहीं करना चाहिए।
हर कोई समझ चुका है कि डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, लेकिन इसके लक्षणों के बारे में कम जानकारी रखते हैं। कई बार डायबिटीज के लक्षण इतने सामान्य हो सकते हैं कि आपको खबर तक ना लगे। कई बार यह दूसरी समस्याओं से जुड़े लगने लगते हैं, जैसे कि आंख में दिखने वाले संकेत।
विशेषज्ञ डॉक्टर बताते हैं कि डायबिटीज से आंख की नसों पर बुरा प्रभाव पड़ता है और समस्या विकसित होती हैं। इसे डायबिटिक रेटिनोपैथी कहते हैं।

डायबिटीज की शुरुआत में दिखने वाले आम लक्षण

​@ हल्की नजर धुंधली होना या नजर में बदलाव आना
​@ आंखों के सामने काले धब्बे आना
​@ रात में देखने में परेशानी
​@ रंग में भेदभाव करने में दिक्कत होना

आंखों में क्यों आता है बदलाव?


डॉक्टर बताते हैं कि नजर में होने वाला अचानक बदलाव रेटिनल ब्लीडिंग की वजह से हो सकता है। इन्हें पकड़ने के लिए सबसे अच्छा तरीका रेटीना स्पेशियलिस्ट से रेटिनल एग्जामिनेशन करवाना है। हर साल जांच करवाने से बीमारी को शुरुआत में पकड़ा जा सकता है।

आंख में पहला क्लीनिकल संकेत

डायबिटीज की वजह से आंख की जांच में दिखने पहला क्लीनिकल संकेत माइक्रोएन्यूरिज्म होता है। इसमें रेटीना की रक्त वाहिकाओं में उभार आने लगता है। यह मैक्यूलर एरिया में छोटी अंगूर जैसे या गांठ जैसी दिख सकती हैं। इनसे फ्लूइड लीक हो सकता है और मैक्यूलर एडीमा बन सकता है।

रेटिनल हैमरेज

डायबिटीज के लक्षण दिखने से पहले रेटिनल एग्जामिनेशन में रेटिनल हैमरेज भी दिख सकता है। इसमें सूती ऊन जैसे धब्बे दिख सकते हैं और बाद में ज्यादा रिसाव भी हो सकता है। यह डायबिटीज से आंखों को होने वाले गंभीर नुकसान की निशानी है।

रेगुलर स्क्रीनिंग से मिलेगी मदद

रेगुलर जांच करवाने से डायबिटिक रेटिनोपैथी को शुरुआत में पकड़ा जा सकता है। फंडस फोटोग्राफी, ओसीटी, फ्लूओरेसिन एंजियोग्राफी से रेटिना की विस्तृत तस्वीर मिल सकती है। जैसे ही आपको डायबिटीज होने का पता चले, जल्द से जल्दी रेटिना जांच करवानी चाहिए।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यूनिवर्स टीवी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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