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डोनाल्ड ट्रंप का एयरफोर्स वन बाल-बाल बचा, बेहद करीब आ गया था पैसेंजर प्लेन, मचा हड़कंप

न्यूयॉर्क | रिपोर्टिंग डेस्क अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप को लेकर उड़ान भर रहा विशाल ‘एयरफोर्स वन’ एक गंभीर स्थिति का शिकार होते-होते बचा। यह घटना मंगलवार को उस समय हुई, जब ट्रंप का. . .

न्यूयॉर्क | रिपोर्टिंग डेस्क

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप को लेकर उड़ान भर रहा विशाल ‘एयरफोर्स वन’ एक गंभीर स्थिति का शिकार होते-होते बचा। यह घटना मंगलवार को उस समय हुई, जब ट्रंप का विमान न्यू जर्सी के मॉरिस्टाउन एयरपोर्ट से उड़ान भरकर ब्रिटेन के लिए रवाना हो रहा था।

रिपोर्ट्स के अनुसार, न्यूयॉर्क के आसमान में स्पिरिट एयरलाइंस फ्लाइट 1300 और एयरफोर्स वन के बीच बेहद नजदीकी संपर्क की स्थिति उत्पन्न हो गई। दोनों विमान लॉन्ग आइलैंड के ऊपर समान ऊंचाई पर उड़ रहे थे और कुछ क्षणों के लिए उनके मार्ग आमने-सामने आते दिखाई दिए

⚠️ ATC की त्वरित चेतावनी ने बचाई स्थिति

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट और फ्लाइट रडार डेटा के अनुसार, स्पिरिट एयरलाइंस की एयरबस A321 फ्लाइट फोर्ट लॉडरडेल से बोस्टन जा रही थी।
वहीं ट्रंप का बोइंग 747 (एयरफोर्स वन) उसी समय उसी हवाई क्षेत्र में मौजूद था।

एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए स्पिरिट फ्लाइट 1300 को तुरंत चेतावनी दी:

🎙️ “Spirit 1300, turn 20 degrees right immediately.”

इस रेडियो कम्युनिकेशन की ऑडियो क्लिप अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है, जिसमें कंट्रोलर यह भी कहते सुने जा सकते हैं:

“Left side, just 9 to 12 kilometers away, is a large blue and white Boeing 747 — and you can imagine who’s on board.”

बाद में आए फ्लाइट डेटा के मुताबिक, दोनों विमानों के बीच लगभग 17 किलोमीटर की दूरी बनी रही, लेकिन यह भी राष्ट्रपति की उड़ान सुरक्षा मानकों के लिहाज से अनुचित रूप से कम मानी जाती है।

🗣️ स्पिरिट एयरलाइंस और FAA का बयान

फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने कहा कि दोनों विमान “नियंत्रित और सुरक्षित दूरी” पर थे और कोई वास्तविक खतरा नहीं था
स्पिरिट एयरलाइंस ने भी अपने बयान में कहा:

“हमारे पायलटों ने ATC के सभी निर्देशों का पालन किया और विमान को सुरक्षित रूप से बोस्टन में उतारा गया। हमारे लिए सुरक्षा सर्वोपरि है।”

🇬🇧 ट्रंप लंदन में सुरक्षित पहुंचे, हुआ भव्य स्वागत

इस घटना के बावजूद, ट्रंप का विमान सुरक्षित रूप से ब्रिटेन के स्टानस्टेड एयरपोर्ट पर उतरा।
वहां अमेरिकी राजदूत वॉरेन स्टीफेंस और ब्रिटिश किंग चार्ल्स III के प्रतिनिधि विस्काउंट हूड ने उनका स्वागत किया। इसके बाद ट्रंप और मेलानिया को हेलीकॉप्टर से विंडसर कैसल ले जाया गया, जहां प्रिंस विलियम और केट मिडलटन ने औपचारिक स्वागत किया।

क्या कहता है यह अमेरिकी सुरक्षा तंत्र के बारे में?

यह घटना भले ही किसी बड़े हादसे में तब्दील नहीं हुई, लेकिन राष्ट्रपति के विमान के इतने नजदीक एक कमर्शियल प्लेन का पहुंच जाना सुरक्षा तंत्र पर गंभीर सवाल उठाता है।

विशेष रूप से जब बात पूर्व राष्ट्रपति और उनके परिवार की आधिकारिक उड़ान की हो, तो ऐसे ‘क्लोज एनकाउंटर’ अमेरिकी एविएशन सिस्टम और एयरस्पेस सुरक्षा मानकों पर चिंता पैदा करते हैं।

“क्या इतनी हाई-प्रोफाइल उड़ान भी आज एयरस्पेस में पूरी तरह सुरक्षित नहीं रही?” – यह सवाल अब तेज़ी से उठने लगा है।

🔚 रीयल-टाइम एक्श

जहां एक ओर अमेरिका अपनी तकनीकी और एविएशन सुरक्षा में विश्व में अग्रणी माना जाता है, वहीं यह घटना एक चेतावनी है कि सतर्कता और रीयल-टाइम एक्शन के बिना सैकड़ों जानें खतरे में पड़ सकती हैं — चाहे वह आम नागरिक हों या देश के सर्वोच्च नेता।