सिलीगुड़ी । पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही विभिन्न दलों की ओर से जोरदार तैयारी शुरू कर दी गयी है। कहीं दीवारों पर दलीय चिह्न व प्रचार अंकित करते तो कहीं बैठकों में हिस्सा लेने में विभिन्न दलों के नेता व कार्यकर्ता व्यस्त हैं। ऐसे में राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की तैयारी क्या है इसपर तृणमूल कांग्रेस की दार्जिलिंग जिला समतल की जिलाध्यक्ष पापिया घोष ने पूरे आत्मविश्वास के साथ पत्रकार के सवाल का करारा जवाब दिया।
केंद्रीय बल की तैनाती व निगरानी में पंचायत चुनाव करवाना चहती है विभिन्न विपक्षी पार्टियां।
इसपर पापिया घोष ने कहा कि विपक्ष के काम का विरोध करते रहना, वे कर रहे हैं। उन्होंने पहले भी जनता के बारे में नहीं सोचा और अब भी नहीं सोचते हैं, आगे भी नहीं सोचेंगे। पंचायत चुनाव में लोग जानते हैं कि ममता बनर्जी के अलावा कोई विकल्प नहीं है। कोई मंच नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जनता के लिए 30 से भी ज्यादा कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है। इसलिए तृणमूल कांग्रेस कभी भी इस बारे में अलग तरीके से नहीं सोचती है।
यह पूछने पर कि भाजपा ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के असहयोग के कारण राज्य की जनता केंद्र की लाभकारी योजनाओं से वंचित हो रही है।
इस सवाल पर पापिया घोष ने कहा कि, यह बिल्कुल हास्यास्पद है क्योंकि जिस मुख्यमंत्री ने पहली बार पूरी दुनिया को दिखाया कि कैसे काम करने की इच्छा रखने वाले मुख्यमंत्री को 34 साल के लंबे समय की आवश्यकता नहीं होती। वो चाहे तो 2 सालों में कर सकता है। लोग चाहते हैं तभी तो आज तृणमूल कांग्रेस को 11 साल हो गए हैं। आज हर विषय ऑनलाइन है और हर प्रोजेक्ट लोगों के लिए है चाहे वह किसी भी धर्म जाति की पार्टी हो।
जब यह पूछा गया कि क्या पंचायत चुनाव को देखते हुए प्रदेश भर में चल रहा ईडी का ऑपरेशन ?
इस सवाल पर पापिया घोष का जवाब था कि, मैं ईडी सीबीआई के बारे में कुछ नहीं कहूंगी क्योंकि हम सभी ईडी सीबीआई के बारे में जानते हैं। भाजपा डरने लगी हैं। तृणमूल कांग्रेस के जिन नेताओं को लोग मानते हैं, भाजपा सरकार उनके पीछे ही ईडी सीबीआई लगा रही। क्योंकि भाजपा डरने लगी हैं। और अगर किसी ने वास्तव में गलत काम किया है, तो कानून के तहत उसे सजा मिलनी चाहिए। कानून का पालन मुख्यमंत्री द्वारा किया जा रहा है और कोई बाधा नहीं है। यह हमने पिछले दिनों देखा है।
जब उनसे यह पूछा गया कि उत्तर बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को बहुत कम सीटें मिलीं, पंचायत चुनाव में आप क्या उम्मीद करते हैं?
इसपर उन्होंने कहा कि : देखिए लोग वास्तव में गलत थे। एक समय पश्चिम बंगाल के लोगों को गलत समझाया गया था। आज उनका मोहभंग हो गया है, चुनाव के दो महीने के भीतर, उन्हें एहसास हुआ कि ममता बनर्जी के अलावा पश्चिम बंगाल के लोगों की परवाह किसी को नहीं है, और उन्होंने जो कहानियां सुनीं, वे केवल चुनाव के लिए बाहरी नेताओं या जिन्हें हम वोट पक्षी कह सकते हैं उनके द्वारा गलत बातें बताई गई थीं। हमें इसकी परवाह नहीं है।
उनसे अंत में जब यह पूछा गया किस पंचायत चुनाव की कितनी तैयारी है?
इसपर कहा कि : हम वोट पंछी नहीं हैं ममता बनर्जी की पार्टी वोट पंछी नहीं है। ममता बनर्जी की पार्टी एक तरह से पूरे साल जनता के साथ खड़ी रहती है। हम हर चुनाव की तैयारी विधानसभा बनने के बाद से करते हैं, हमें अलग से कुछ नहीं करना होता है। यह उम्मीदवार को बस नई सार्वजनिक परियोजनाओं के बारे में लोगों को सूचित करने से ज्यादा कुछ नहीं करना है।