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बंगाल के कई जिलों में ईडी ने की छापेमारी, आसनसोल में रेत कारोबारी मनीष बागड़िया के घर कार्रवाई

कोलकाता/आसनसोल। पश्चिम बंगाल में अवैध रेत खनन और तस्करी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह एक साथ कई जिलों में बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई में आसनसोल, पुरुलिया, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम और कोलकाता समेत कुल सात. . .

कोलकाता/आसनसोल। पश्चिम बंगाल में अवैध रेत खनन और तस्करी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह एक साथ कई जिलों में बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई में आसनसोल, पुरुलिया, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम और कोलकाता समेत कुल सात स्थानों पर छापेमारी की गई। आसनसोल के मुरगाशोल इलाके में रेत कारोबारी मनीष बागड़िया के आवास और कार्यालय पर सबसे बड़ी कार्रवाई हुई।

ईडी अवैध कारोबार और उससे जुड़े पैसों के स्रोत की कर रही है जांच

सूत्रों के अनुसार, मनीष बागड़िया और उनके कुछ कारोबारी साझेदारों ने वैध टेंडर के जरिए नदी से रेत निकालने का अधिकार प्राप्त किया था, लेकिन आरोप है कि इसके आड़ में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से रेत निकाली गई और करोड़ों रुपये का मुनाफा कमाया गया। ईडी इसी अवैध कारोबार और उससे जुड़े पैसों के स्रोत की जांच कर रही है।

ईडी की 40 अधिकारियों की टीम ने की छापेमारी

ईडी की 40 अधिकारियों की टीम और केंद्रीय बलों के साथ यह छापेमारी तड़के शुरू हुई। अधिकारियों ने मनीष बागड़िया के घर में घुसते ही सभी परिजनों के मोबाइल जब्त कर लिए और घर के मुख्य दरवाजे बंद कर दिए। घर के अंदर पूछताछ और दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “बंगाल में रेत तस्करी के मामलों की जांच के तहत आज विभिन्न जगहों पर एकसाथ छापेमारी की गई है। इस जांच में कारोबारी दस्तावेज, वित्तीय रिकॉर्ड और इस रेत सिंडिकेट से जुड़े लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।”
ईडी की टीमें कोलकाता के बेंटिंक स्ट्रीट, झाड़ग्राम के गोपीबल्लवपुर, लालगढ़ समेत कई इलाकों में छानबीन कर रही हैं। वहीं, आसनसोल में बागड़िया के आवास के साथ-साथ अन्य कारोबारिक ठिकानों पर भी तलाशी ली जा रही है।

रेत घोटाला कितनी दूर तक फैला हुआ है

ईडी को आशंका है कि मनीष बागड़िया और उनके साथियों ने विभिन्न जिलों में एक संगठित सिंडिकेट बनाकर अवैध रेत खनन किया और उसका लाभ कई प्रभावशाली लोगों तक पहुंचाया गया। फिलहाल जांच एजेंसी यह पता लगाने में जुटी है कि रेत निकालने का आदेश किसके निर्देश पर दिया गया और उस पैसे का इस्तेमाल कहां-कहां हुआ।
अब देखना यह है कि जांच के बाद ईडी के हाथ किन लोगों के खिलाफ सबूत लगते हैं और यह रेत घोटाला कितनी दूर तक फैला हुआ है।