Home » एक्सक्लूसिव » मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट आवास पर पहुंचे बीएलओ, मतदाता सूची संशोधन फॉर्म स्वयं सीएम ने लिया

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट आवास पर पहुंचे बीएलओ, मतदाता सूची संशोधन फॉर्म स्वयं सीएम ने लिया

कोलकाता। मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) प्रक्रिया के दूसरे ही दिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर चुनाव आयोग के बूथ स्तर अधिकारी (बीएलओ) पहुंच गए। बुधवार सुबह करीब. . .

कोलकाता। मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) प्रक्रिया के दूसरे ही दिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर चुनाव आयोग के बूथ स्तर अधिकारी (बीएलओ) पहुंच गए। बुधवार सुबह करीब 10 बजे भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 77 के जिम्मेदार बीएलओ अमित कुमार राय मुख्यमंत्री के 30बी हरिश चटर्जी स्ट्रीट स्थित आवास पर पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने वहां मौजूद कुल 17 मतदाताओं के लिए संशोधन फॉर्म जमा किया।
आवास के गेट पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने पहले उन्हें रोककर पूछताछ की। बीएलओ ने बताया कि वे मुख्यमंत्री के मतदान केंद्र क्षेत्र के अधिकारी हैं और मतदाता सूची संशोधन फॉर्म देने आए हैं। पहचान पत्र दिखाने के बाद सुरक्षा अधिकारियों की अनुमति मिलने पर उन्हें घर के अंदर प्रवेश करने दिया गया।
सुरक्षा कारणों से अमित कुमार राय को अंदर जाने से पहले अपना मोबाइल फोन गेट पर ही जमा करना पड़ा। पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने मुख्यमंत्री को फॉर्म सौंपा। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी ने स्वयं फॉर्म प्राप्त किया और उसे भरकर लौटाने का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि मंगलवार से ही राज्यभर में विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) अभियान की शुरुआत हुई है, जिसके तहत बीएलओ अधिकारी घर-घर जाकर मतदाता सूची में संशोधन या नए नाम जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
विशेष रूप से, मंगलवार को ही जोरसांको ठाकुरबाड़ी के पास एक जनसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके परिवार के कई सदस्यों के नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं थे, यहां तक कि अभिषेक बनर्जी का नाम भी उस सूची से गायब था।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री के घर बीएलओ का पहुंचना सिर्फ प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी अहम है। यह इस बात का संकेत है कि चुनाव आयोग का विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान अब राज्य के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच चुका है — यहां तक कि मुख्यमंत्री के घर तक।

Web Stories
 
ये 5 तरह के लोग होते हैं घबराहट के आसान शिकार कौन हैं आशीष चंचलानी जिनके इश्क में गिरफ्तार बताई जा रहीं एक्ट्रेस एली अवराम! नवविवाहित दुल्हन के लिए 7 शानदार साड़ी आइडियाज खाली पेट मुन्नका-पानी पीने से मिले ये आश्चर्यजनक लाभ रोज़ाना एक लौंग चबाएं — जानिए 6 जबरदस्त फायदे