सिलिगुड़ी। इतिहास रच दिया हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी ने। भारत की महिला क्रिकेट टीम ने वनडे विश्वकप जीतकर देश का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया। कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी की तरह अब हरमनप्रीत कौर, रिचा घोष, स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स और दीप्ति शर्मा के नाम भी सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गए हैं। पूरे देश में टीम इंडिया की बेटियों की इस शानदार जीत का जश्न मनाया जा रहा है।
भारत की इस जीत में अहम भूमिका निभाई सिलिगुड़ी की बेटी और टीम की ‘पावर हिटर’ रिचा घोष ने। उनकी शानदार बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग के दम पर टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में मात दी।
जैसे ही भारत ने विश्वकप अपने नाम किया, रिचा के गृहनगर सिलिगुड़ी में खुशी की लहर दौड़ गई। हर गली-मोहल्ले में रात भर जश्न चलता रहा। हालांकि, रिचा के घर के दरवाज़े पर ताला लटका मिला, लेकिन घर के आसपास दीपावली जैसी रोशनी और जश्न का माहौल देखने को मिला।
फाइनल मैच के दिन सुबह से ही शहर में उत्साह का माहौल था। नगर निगम की ओर से बाघाजतिन पार्क में विशाल स्क्रीन लगाई गई थी, जहां मेयर गौतम देव समेत हजारों लोग मैच देखने जुटे।
मेयर गौतम देव ने कहा, “रिचा हमारी अपनी बेटी है। बचपन से उसे खेलते देखा है। भारत की जीत तो खुशी की बात है ही, लेकिन रिचा के प्रदर्शन ने हम सबका दिल जीत लिया।”
रिचा ने फाइनल में बल्ले से 34 रनों की तेज़ पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। दर्शकों के बीच जबरदस्त जोश देखने को मिला। भारत की जीत के बाद सिलिगुड़ी के हर कोने में जश्न फूट पड़ा, वीनस मोड़ पर लोगों की भीड़, ढोल-ताशे और आतिशबाज़ी से रात भर माहौल गूंजता रहा।
अब शहरवासी रिचा के घर लौटने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। उनका कहना है — “इस बार हमारी बेटी नहीं, विश्वकप विजेता रिचा घोष हमारे बीच लौटेगी, और पूरे शहर में खुशी की लहर दौड़ जाएगी।”