सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी के दीनबंधु मंच में आयोजित आज बीएलओ कर्मचारियों की प्रशिक्षण बैठक अचानक उग्र रूप लिया, क्योंकि एसआईआर से जुड़े अतिरिक्त काम के दबाव को लेकर बीएलओ कर्मियों का गुस्सा भड़क उठा।
डिजिटाइजेशन का अतिरिक्त काम
बीएलओ कर्मियों का आरोप है कि उन्हें केवल एन्यूमरेशन फॉर्म वितरित करने और लोगों से वह फॉर्म भरवाने के काम के लिए नियुक्त किया गया है, लेकिन अब उनसे डिजिटाइजेशन का अतिरिक्त काम कराने का निर्देश दिया जा रहा है। उनका कहना है कि यह काम अत्यधिक दबावपूर्ण और असंभव है।
कर्मियों ने बताया कि उन्हें घर–घर जाकर फॉर्म देना पड़ रहा है, लोगों को फॉर्म भरना सिखाना पड़ रहा है, फिर उन फॉर्म को वापस लेने के लिए भी उन्हें घर–घर जाना पड़ता है। इतना ही नहीं, उनका निजी मोबाइल नंबर भी सरकारी जगहों पर दे दिया गया है, जिसके कारण सुबह से रात तक लगातार उन्हें फोन आ रहे हैं, इससे वे मानसिक तनाव और पारिवारिक असुविधा का सामना कर रहे हैं।
दीनबंधु मंच में नारेबाजी
बीएलओ कर्मियों ने साफ कहा कि वे सिर्फ एन्यूमरेशन फॉर्म जमा करने और भरवाने का काम करेंगे, डिजिटाइजेशन का काम किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेंगे। इसी मांग को लेकर वे दीनबंधु मंच में नारेबाजी करने लगे, जिससे स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि बैठक और प्रशिक्षण देने आए निर्वाचन आयोग के अधिकारी भी विरोध का सामना कर मंच छोड़कर बाहर निकल गए। पूरे घटनाक्रम से इलाके में व्यापक हंगामा देखने को मिला । सिलीगुड़ी के दीनबंधु मंच में आज का दिन प्रशासन के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा