सिलीगुड़ी। बागडोगरा हवाई अड्डे पर कार्डियो पल्मोनरी रेसिस्सिशन (सीपीआर) पर व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ( सीआईएसएफ) के जवानों और दूसरे लोगों को इसके विषय में जानकारी दी है। इस प्रशिक्षण शिविर में नेवटिया गेटवेल हेल्थकेयर सेंटर (सिलीगुड़ी) के विशेषज्ञ जेनरल फीजिशियन डॉ. पी.डी. भूटिया व क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. आयन बनर्जी ने हवाई अड्डा कर्मियों व यात्रियों को आपात परिस्थिति में सीपीआर कर सकने का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। बताया कि कभी हवाई अड्डा पर अथवा यात्रा के दौरान विमान में किसी भी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़े अथवा उसकी सांसें अवरुद्ध होने लगे तो कैसे एक पूरे कौशल के साथ उसकी सीने पर दबाव देते हुए उसकी सांसों को लौटाने की कोशिश करनी है और यथाशीघ्र उसे चिकित्सकीय सहायता पहुंचानी है।
डॉ. पी.डी. भूटिया ने बताया कि कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन ( सीपीआर ) एक आपातकालीन प्रक्रिया है जो हृदय गति रुकने वाले व्यक्ति में सहज रक्त परिसंचरण और सांस को बहाल करने के लिए आगे के उपाय किए जाने तक मैन्युअल रूप से बरकरार मस्तिष्क समारोह को बनाए रखने के प्रयास में कृत्रिम वेंटिलेशन के साथ छाती के संकुचन को जोड़ती है। यह सत्र बहुत ज्ञानवर्धक रहा। हरेक प्रतिभागी ने ऐसे आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की व समय-समय पर ऐसे आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर सीआईएसएफ की बागडोगरा हवाई अड्डा इकाई के डिप्टी कमांडेंट सीएल गौतम ने उपरोक्त डॉक्टरों का स्वागत किया व उनके प्रति आभार जताया।