मॉस्को/कीव। यूक्रेन पर रूस के हमले के छठवें दिन राजधानी कीव में आम नागरिकों पर खतरा गहरा गया है। यूक्रेन में मौजूद इंडियन एंबेसी ने सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत कीव छोड़ने को कहा है। एंबेसी की तरफ से जारी इमरजेंसी एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय जिस हाल में हैं, उसी स्थिति में तुरंत शहर से बाहर निकल जाएं। यूक्रेन पर रूस के हमले के छठवें दिन राजधानी कीव में आम नागरिकों पर खतरा गहरा गया है। यूक्रेन में मौजूद इंडियन एंबेसी ने सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत कीव छोड़ने को कहा है। एंबेसी की तरफ से जारी इमरजेंसी एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय जिस हाल में हैं, उसी स्थिति में तुरंत शहर से बाहर निकल जाएं। इधर, दुनिया भर के कई देश यूक्रेन को मिलिट्री इक्विपमेंट भेजकर मदद कर रहे हैं। रूस ने इन देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन इक्विपमेंट का रूस के खिलाफ इस्तेमाल किया गया तो, इन्हें भेजने वाला देश जिम्मेदार होगा।
सैन्य टकराव के बीच इस संकट को हल करने की डिप्लोमैटिक कोशिशें भी जारी हैं। यूक्रेन संकट पर यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट्स काउंसिल ने इमरजेंसी डिबेट का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 29 और विपक्ष में 5 वोट पड़े। भारत समेत 13 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया।
इस बीच यूक्रेन की सेना ने कहा- रूसी सेना ने खार्किव और कीव के बीच ओख़्तिरका शहर में एक सैन्य इकाई पर गोलाबारी की, जिसमें कम से कम 70 यूक्रेनी सैनिक मारे गए है।