डेस्क। धमनियों में प्लाक जमना और उससे कोलेस्ट्रॉल की समस्या बढ़ना और फिर हार्ट अटैक होना आम होता जा रहा है। दिल को स्वस्थ रखने और हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए खानेपीने का ध्यान रखना जरूरी है। धमनियां शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाती हैं और ब्लड फ्लो बनाए रखती हैं। समय के साथ इनमें प्लाक जमा होने लगता है।
प्लाक से कोलेस्ट्रॉल बनता है और यह पीले रंग का चिपचिपा पदार्थ धमनियों को ब्लॉक कर सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है और दिल का दौरा या स्ट्रोक अटैक आ सकता है। यही वजह है कि इस गंदगी को धमनियों से निकालना जरूरी है।
धमनियों से इस गंदगी को निकालने के लिए आप घरेलू उपाय के रूप में कुछ पेय पदार्थ पी सकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा के अनुसार, यह पेट पदार्थ ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने, सूजन कम करने और खराब कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद कर सकते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट हैं, जो खरब कोलेस्ट्रॉल और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। इसके सेवन से धमनियों में प्लाक बनने से रोकने में मदद करता है। डेली ग्रीन टी पीने से धमनियों की भीतरी परत भी बेहतर होती है।रिसर्च के अनुसार, रोज 2-3 कप ताजी बनी ग्रीन टी पीने से कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा कम हो सकता है।
अनार का जूस
अनार का जूस नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जैसे पुनिकालाजिन्स और एंथोसायनिन्स, जो धमनियों में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। एक स्टडी के अनुसार, डेली अनार का जूस पीने से कैरोटिड धमनियों में प्लेक कम बनता है और कम होता है।
अनार ही क्यों?
अनार में मौजूद फ्लैवोनॉइड्स रक्त में कोलेस्ट्रॉल ऑक्सीडेशन को रोकते हैं, जो प्लेक बनने की पहली स्टेप है। सबसे अच्छा है कि बिना शुगर वाला अनार का जूस पिएं या अनार के दाने स्मूदी में डालकर खाएं। इससे फाइबर भी मिलता है और एंटीऑक्सीडेंट के लाभ बढ़ते हैं।
बीटरूट जूस
बीटरूट में नाइट्रेट्स होते हैं, जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाते हैं। यह रक्त वाहिकाओं को फैलाता है, ब्लड प्रेशर कम करता है और ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाता है। बीटरूट जूस पीने से ब्लड फ्लो बढ़ता है और धमनियों की कठोरता कम होती है। यह लीवर फंक्शन को भी बेहतर बनाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को मैनेज करता है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व होता है, जो सूजन कम करने और फैट मैटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करता है। रोज़ाना एक ग्लास दूध में हल्दी और काली मिर्च डालकर पीने से धमनियों में ब्लड फ्लो बेहतर होता है और प्लेक कम हो सकता है।
धमनियों में प्लाक जमने के लक्षण
धमनियों में प्लाक के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कौन सी धमनियां प्रभावित हैं। आम लक्षणों में सीने में दर्द, सांस की कमी, थकान और चक्कर शामिल हैं। कई बार प्लाक बिना किसी लक्षण के भी मौजूद रहता है और अचानक दिल का दौरा या स्ट्रोक कर सकता है। सुन्नपन, कमजोरी या पैरों में दर्द भी ब्लड फ्लो कम होने का संकेत हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।यूनिवर्स टीवी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।