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हैदराबाद में 63 फीट ऊंचा ‘बटुकम्मा’, दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए, मिस वर्ल्ड बोलीं – “ये खास पल है”

हैदराबाद: तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समर्पित ‘बटुकम्मा’ उत्सव पूरे राज्य में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस पारंपरिक त्योहार के अंतिम दिन हैदराबाद के सरूरनगर स्टेडियम में ऐतिहासिक आयोजन हुआ, जिसमें 63 फीट ऊंचे विशाल बटुकम्मा. . .

हैदराबाद: तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समर्पित ‘बटुकम्मा’ उत्सव पूरे राज्य में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस पारंपरिक त्योहार के अंतिम दिन हैदराबाद के सरूरनगर स्टेडियम में ऐतिहासिक आयोजन हुआ, जिसमें 63 फीट ऊंचे विशाल बटुकम्मा की स्थापना की गई। इस आयोजन ने एक साथ दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए – सबसे बड़ा लोकनृत्य और सबसे बड़ा बटुकम्मा।

इस खास अवसर पर मिस वर्ल्ड ओपल सुचाता भी मौजूद रहीं। उन्होंने उत्सव को “तेलंगाना की अनोखी सांस्कृतिक पहचान” बताया और कहा, “यह वास्तव में एक विशेष क्षण है।”

समुद्री फूलों से सजा बटुकम्मा

परंपरा के अनुसार, बटुकम्मा को विभिन्न रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जाता है, जो समुद्र से लाए जाते हैं। सरूरनगर मैदान में बने 63 फीट ऊंचे बटुकम्मा के चारों ओर 1354 महिलाओं ने पारंपरिक पोशाकों में सामूहिक नृत्य कर लोक कला की शानदार प्रस्तुति दी।

मंत्री सीतक्का ने गाया बटुकम्मा गीत

इस आयोजन में तेलंगाना की मंत्री सीतक्का, जुपल्ली कृष्ण राव, हैदराबाद की मेयर गडवाला विजयलक्ष्मी समेत कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। मंत्री सीतक्का ने स्वयं बटुकम्मा गीत गाकर सभी का मन मोह लिया।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने इस आयोजन का निरीक्षण कर दोनों रिकॉर्ड्स की आधिकारिक घोषणा की और आयोजकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए।

पूरे राज्य में बटुकम्मा की धूम

सिर्फ हैदराबाद ही नहीं, बल्कि हनुमाकोंडा, निजामाबाद, खम्मम, करीमनगर, वारंगल जैसे जिलों में भी बटुकम्मा का उत्सव पूरी धूमधाम से मनाया गया। महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर बटुकम्मा खेलती और गीत गाती नजर आईं। टैंक बंड और मिनी टैंक बंड जैसे प्रमुख स्थल रोशनी से जगमगा उठे। यह आयोजन न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव रहा, बल्कि विश्व स्तर पर तेलंगाना की लोक परंपरा को पहचान दिलाने वाला ऐतिहासिक क्षण भी बन गया।