
सर्दी के मौसम में अक्सर खांसी, जुकाम और गले में खराश जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं। ऐसे में हर्बल काढ़े न सिर्फ सर्दी और खांसी से राहत देते हैं, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करते हैं। आइए जानें इन 7 असरदार काढ़ों के बारे में।
अदरक और तुलसी दोनों में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। एक कप पानी में अदरक के टुकड़े और 5-6 तुलसी के पत्ते डालकर उबालें। इसे हल्का गुनगुना करके पिएं।
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो शरीर में सूजन कम करता है। एक कप दूध या पानी में आधा चम्मच हल्दी डालकर उबालें। रात में सोने से पहले इसका सेवन करें, इससे खांसी और जुकाम में आराम मिलता है।
दालचीनी गले के दर्द और खांसी के लिए रामबाण है। एक कप पानी में थोड़ा-सा दालचीनी पाउडर उबालें और ठंडा होने पर एक चम्मच शहद मिलाएं। यह काढ़ा गले की जलन को कम करता है और सर्द हवाओं से शरीर को बचाता है।
गिलोय को अमृता कहा जाता है क्योंकि यह शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है। तुलसी के साथ इसे उबालकर पीने से सर्दी, बुखार और कफ में तेजी से राहत मिलती है।
मुलैठी गले को मुलायम बनाती है और खांसी के दौरे को कम करती है। इसमें काली मिर्च डालकर उबालने से सर्दी-जुकाम जल्दी ठीक होता है। यह काढ़ा सर्दियों में शरीर की गर्मी संतुलित रखने में भी मदद करता है।
नींबू में मौजूद विटामिन-C इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, जबकि अदरक शरीर को ठंड से बचाने में मदद करता है। दोनों को साथ उबालकर पीने से नाक बंद होना, गले की खराश जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
अजवाइन में मौजूद थाइमोल तत्व जुकाम और खांसी के वायरस से लड़ता है। पुदीना सांस की नली को खोलता है और गले में ठंडक पहुंचाता है। यह काढ़ा सर्दी में सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द और बलगम की समस्या में कारगर है।
दवाओं की जगह इन हर्बल नुस्खों को अपनाएं। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें universetv.in के साथ।