
पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है। इस बार पौष पूर्णिमा 03 जनवरी को मनाई जाएगी। पौष पूर्णिमा के दिन सूर्य और चंद्रमा का दुर्लभ संयोग होता है, क्योंकि पौष महीना सूर्य देव का महीना है और पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि है।
आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बताएंगे, जो आपको पौष पूर्णिमा के दौरान करने से बचना चाहिए। आइए इन कामों में बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
पौष पूर्णिमा पर सुबह देर तक सोने से बचें। सूर्योदय से पहले उठकर ईश्वर का ध्यान करें। सुबह अगर आप देर से उठते हैं, तो इससे देवी-देवता नाराज हो सकते हैं।
पौष पूर्णिमा पर आपको भूल से भी घर में तामसिक भोजन का सेवन गलती से भी नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो इससे आपके साथ कोई न कोई अनहोनी हो सकती है।
पौष पूर्णिमा पर तुलसी के पत्तों को तोड़ने से बचना चाहिए। अगर पूजा के लिए पत्ते चाहिए, तो उन्हें एक दिन पहले ही तोड़कर रख लें। नहीं, तो तरक्की रुक सकती है।
पौष पूर्णिमा पर पैसों का लेन-देन करने से बचना चाहिए। इस मौके पर उधार लेने या देने से घर की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है। परिवार के सदस्यों की आय कम हो सकती है।
पौष पूर्णिमा पर घर के बुजुर्गों या किसी भी असहाय व्यक्ति का अपमान न करें। वाणी पर नियंत्रण रखें और क्रोध करने से बचें। वरना माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
पौष पूर्णिमा पर आप इन कामों को करने के बजाय सुबह के समय तांबे के लोटे में जल, लाल फूल और अक्षत डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इससे आपके जीवन में खुशहाली आ सकती है।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें universetv.in