
किडनी हमारे शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालती है। लेकिन जब ये कमजोर होने लगती है, तो शरीर पहले से संकेत देने लगता है। आइए जानें इन लक्षणों के बारे में।
अगर पेशाब की मात्रा या बार-बार पेशाब आने का पैटर्न बदल गया है, तो यह किडनी की समस्या का शुरुआती संकेत हो सकता है।
किडनी डैमेज होने पर शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ जाते हैं, जिससे लगातार थकान, आलस और कमजोरी महसूस होती है।
सुबह उठते ही आंखों, पैरों या चेहरे पर सूजन दिखे तो सावधान हो जाएं। किडनी शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखती है।
अगर पेशाब में झाग या खून नजर आए, तो ये किडनी फिल्टर सिस्टम के खराब होने का संकेत हो सकता है।
किडनी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाती है। जब ये कमजोर होती है, तो बीपी लगातार बढ़ा रहता है।
किडनी के ठीक से काम न करने पर शरीर में अपशिष्ट पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिससे उल्टी, मितली और भूख कम लगने लगती है।
टॉक्सिन्स बढ़ने से दिमाग पर असर पड़ता है, जिससे नींद की दिक्कत और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है।
अगर ये लक्षण लगातार दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें universetv.in के साथ।