पौष माह में भूल से भी न करें ये गलतियां


By Vinay Shuklauniversetv.in

पौष का माह होता है शुभ

हिंदू धर्म में कुछ माह का खास महत्व होता है। इनमें पौष का माह भी शामिल है। यह माह सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित होता है। पौष माह का आरंभ दिन शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025 से होगा और समापन 3 जनवरी को होगा।

पौष माह में न करें ये गलतियां

आज हम आपको बताएंगे कि पौष माह में भूल से भी कौन-सी गलतियां नहीं करनी चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें और आप दूसरों को बता सकें।

नए व्यवसाय की शुरुआत न करें

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार आपको पौष माह के दौरान विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, और नए व्यवसाय की शुरुआत जैसे सभी मांगलिक कामों को करने से बचना चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता।

देवताओं को भोग लगाएं

पौष माह के दौरान नए अनाज का सेवन बिना देवताओं को भोग लगाए नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो इससे आपके साथ अनहोनी हो सकती है।

शरीर की तेल से मालिश न करें

पौष माह में प्रतिदिन शरीर की तेल मालिश करने से बचना चाहिए। इससे आपको स्किन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। इससे आपको जीवन में परेशानियां हो सकती हैं।

तामसिक भोजन न करें

जो जातक पौष माह में तामसिक भोजन का सेवन करते हैं, तो इससे देवी-देवता नाराज हो सकते हैं और आपके काम जितने भी बन रहे थे, सभी के सभी बिगड़ सकते हैं।

नकारात्मक भाव न रखें

पौष माह के दौरान अपने मन में किसी अन्य व्यक्ति के लिए नकारात्मक भाव न रखें। नकारात्मक भाव रखने से अक्सर व्यक्ति की तरक्की रुक सकती है। हमेशा सकारात्मक विचार रखें।

वैदिक मंत्रों का जप करें

पौष माह में आपको तिल का दान करना चाहिए। प्रतिदिन सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए और पितरों का तर्पण करना चाहिए और सूर्य देव के वैदिक मंत्रों का जप करना चाहिए।

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