
हम में से कई लोग कभी-कभी काम में व्यस्त रहने, यात्रा या सुविधाओं की कमी के कारण अपनी पेशाब रोक लेते हैं। लेकिन यह आदत स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक हो सकती है। आइए जानते हैं इसके 7 मुख्य नुकसान।
जब यूरिन मूत्राशय में लंबे समय तक रहता है, तो पेशाब करते समय जलन और तेज दर्द महसूस हो सकता है। यह खासकर महिलाओं में ज्यादा आम समस्या है।
लगातार पेशाब रोकने से मूत्राशय और किडनी पर दबाव बढ़ता है। समय के साथ यह किडनी की कमजोरी, इन्फेक्शन और पथरी जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
बैक्टीरिया मूत्राशय में आसानी से पनप सकते हैं अगर पेशाब समय पर नहीं निकलता। इससे UTI का खतरा बढ़ जाता है, जिससे बार-बार संक्रमण होने लगता है।
पेशाब रोकने की आदत मूत्राशय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकती है। इसका असर यह होता है कि पेशाब को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है और कभी-कभी अचानक लीकेज जैसी समस्या भी हो सकती है।
यूरिन रोकने से पेट और पीठ में खिंचाव या भारीपन महसूस हो सकता है। लंबे समय तक यह आदत पीठ और पेट की मांसपेशियों को कमजोर कर सकती है।
जब पेशाब समय पर नहीं निकलता, तो शरीर में टॉक्सिन जमा हो जाते हैं। यह ब्लड प्रेशर बढ़ाने के साथ-साथ शरीर की सामान्य कार्यप्रणाली पर भी असर डाल सकता है।
पेशाब रोकने की वजह से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। इससे जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया जैसी समस्याएं होने का खतरा रहता है।
शरीर की चेतावनी को कभी नजरअंदाज न करें। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें universetv.in के साथ।