
डायबिटीज अचानक नहीं होती, यह धीरे-धीरे शरीर में विकसित होती है। प्री-डायबिटीज उस स्थिति को कहते हैं, जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर सामान्य से अधिक होता है, लेकिन इतना नहीं कि इसे डायबिटीज कहा जाए।
अगर प्री-डायबिटीज के समय सतर्कता बरती जाए, तो डायबिटीज को रोका जा सकता है। आइए जानते हैं इसके 7 शुरुआती लक्षणों के बारे में।
जब शरीर में शुगर का स्तर असंतुलित होता है, तो दिमाग मीठा खाने का संकेत देता है। अगर अक्सर मीठा खाने का मन करता है, तो यह चेतावनी हो सकती है।
प्री-डायबिटीज में शरीर ग्लूकोज को ठीक से एनर्जी में नहीं बदल पाता, जिसके कारण व्यक्ति को लगातार थकान या कमजोरी महसूस होती है।
ब्लड शुगर बढ़ने पर किडनी अतिरिक्त शुगर बाहर निकालने की कोशिश करती है, जिससे बार-बार पेशाब आने लगता है।
ब्लड शुगर बढ़ने से आंखों की रक्त वाहिकाओं पर असर पड़ता है, जिससे दृष्टि धुंधली हो सकती है।
शुगर लेवल असामान्य होने से शरीर का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है, जिससे वजन अचानक बढ़ या घट सकता है।
अगर छोटे-छोटे घाव या कट जल्दी नहीं भरते, तो यह ब्लड शुगर असंतुलन का संकेत हो सकता है।
अगर आपको ये लक्षण महसूस हों, तो तुरंत ब्लड शुगर टेस्ट करवाएं। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें universetv.in के साथ।